Nirsa: एमपीएल ओपी अंतर्गत मंझलाडीह गांव के 3 लोगों को पुजारी एवं उसका सहयोगी नहीं बनने पर सामाजिक बहिष्कार के आरोप को ग्रामीणों ने गलत बताया है. ग्रामीणों ने ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान से शिकायत करते हुए कहा है कि गांव में किसी का सामाजिक बहिष्कार नहीं हुआ है. झूठा आरोप लगाकर कुछ लोग ग्रामीणों को एवं गांव को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं. सूचना पाकर मदनडीह पंचायत के मुखिया रामेश्वर सोरेन भी ओपी पहुंचे. उन्होंने आश्वस्त किया कि दोनों पक्षों को बैठा कर मामले का समाधान कर लिया जाएगा.
पुजारी बनने से किया इनकार
ग्रामीण बुद्धेश्वर मुर्मू, रंजीत हेंब्रम, अजय मरांडी, अतिसर मुर्मू आदि ने बताया कि विगत वर्ष जनवरी में सभी लोगों की सहमति से मंदिर के पुजारी एवं सहयोगी के चयन के लिए गांव में छठिया किया गया था. छठिया गुरु द्वारा राजेंद्र किस्कू को नायकी एवं रामलाल मुर्मू को कुडाम नायकी चुना गया था. उस वक्त आसपास के कई गांवों के मांझी हड़ाम भी मौजूद थे. दोनों ने नायकी एवं कुडाम नायकी बनने की बात स्वीकार कर ली थी. परंतु बाद में दोनों पुजारी एवं सहयोगी बनने से इंकार कर रहे हैं. गांव में पुजारी नहीं रहने के कारण पूजा नहीं हो रही है और त्योहार भी नहीं मना पा रहे हैं.
ग्रामीणों पर लगाया गया झूठा आरोप
उन्होंने कहा कि किसी का सामाजिक बहिष्कार नहीं किया गया है. सार्वजनिक सभी चीजों का वे लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. हम सभी ग्रामीणों पर झूठा आरोप लगाकर बदनाम करना चाह रहे हैं. मालूम हो कि विगत सोमवार को मंझलाडीह गांव के राजेंद्र किस्कू, रामलाल मुर्मू एवं शत्रुघ्न हेंब्रम ने गांव का पुजारी नहीं बनने पर ग्रामीणों द्वारा सामाजिक बहिष्कार किये जाने का आरोप लगाया था. राजेंद्र किस्कू ने एमपीएल ओपी में शिकायत भी दर्ज कराई है. उसने आरोप लगाया है कि सोहराय पर्व के दौरान गांव आए रिश्तेदारों एवं उनके साथ ग्रामीणों ने मारपीट की थी.
गांव में स्थिति सामान्य : ओपी प्रभारी
एमपीएल ओपी प्रभारी वसीम अनवर खान ने कहा कि दोनों पक्ष के लोग आये थे. उनकी बात सुनी गई है. पंचायत के मुखिया एवं गणमान्य लोग मामले का समाधान करने के लिए प्रयासरत हैं. गांव में स्थिति सामान्य है.
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