Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : नोवामुंडी डीवीसी में अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के बैनर तले मजदूरों ने बुधवार को टाटा स्टील कंपनी के खिलाफ दो दिवसीय भूख हड़ताल की. मजदूरों के साथ भूख हड़ताल में जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया भी बैठे. आंदोलन में मानसिंह तिरिया ने कहा कि टाटा स्टील वर्षों से नोवामुंडी में खनन कार्य कर रही है, लेकिन आसपास के गांवों में आज तक कोई विकास नहीं किया गया है. इसी तरह जगन्नाथपुर प्रखंड के रामतीर्थ वैतरणी नदी से लौह अयस्क धोने के लिए पानी ले जाकर अपना बिजनेस चला रही है, लेकिन जगन्नाथपुर प्रखंड में किसी तरह का विकास कार्य नहीं किया गया.
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उन्होंने कहा कि अब क्योंझर इंजीनियरिंग कॉलेज से वहां पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को सीधे टाटा स्टील में प्लेसमेंट किया जा रहा है. इसकी कड़ी निन्दा और विरोध करते हैं. टाटा स्टील से हमारी मांग है कि जगन्नाथपुर प्रखंड के हर खेत में पानी पहुंचाए, स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दे और नौकरी में स्थानीय को प्रथमिकता दे. रामतीर्थ के पानी को जगन्नाथपुर एवं नोवामुंडी के तमाम गांव में पाइप लाइन से पहुंचाकर सिंचाई सुविधा प्रदान करे, ताकि वहां के लोग पंजाब एवं हरियाणा की तर्ज पर खेती कर सकें.
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कंपनी में रोजगार के लिए स्थानीय एवं जिला के आदिवासियों को प्राथमिकता दे और घूसखोरी द्वारा की गई बाहरी लोगों की बहाली को रद्द की जाए. ओडिशा क्योंझर इंजीनियरिंग कॉलेज से 25 छात्र-छात्राओं से पैसा लेकर दी गई नौकरी को रद्द करें. कंपनी में अधिग्रहण हुए जमीन मालिकों को नौकरी दिलाई जाए. इस दो दिवसीय भूख हड़ताल में बेरोजगार मजदूर किसान शामिल हैं. कार्यक्रम को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी जगन्नाथपुर, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उपायुक्त को पत्र प्रेषित कर दिया गया है.