ईपीएफओ ने 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि पर 8.25 प्रतिशत ब्याज दर तय की
New Delhi : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने EPF (Employee Provident Fund) पर मिलने वाली ब्याज दर में इजाफा किया है. ईपीएफओ ने 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा पर ब्याज दर 8.15 से बढ़ाकर 8.25 फीसदी कर दिया है. यह ब्याज दर पिछले तीन साल में सर्वाधिक है. ‘सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज’ (सीबीटी) ने शनिवार को बैठक में यह निर्णय लिया. सीबीटी के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर की जानकारी वित्त मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजी जायेगी. सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर ईपीएफओ के 7 करोड़ अंशधारकों के खातों में डाल दी जायेगी. EPF बढ़ने से करीब सात करोड़ ईपीएफ सदस्यों को काफी राहत मिलेगी.
2022 में ईपीएफओ ने ईपीएफ पर ब्याज दर में की थी सबसे अधिक कटौती
इससे पहले ईपीएफओ ने मार्च 2023 में 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर में मामूली इजाफा किया था. ईपीएफओ ने ब्याज दर को 8.10 से बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया था. हालांकि ईपीएफओ ने 2022 में 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर को 8.50 से घटाकर 8.10 प्रतिशत कर दिया था, जो चार दशक में सबसे कम थी. ईपीएफ पर ब्याज दर 2020-21 में 8.5 प्रतिशत थी.
जानें किस साल कितना मिलता था पीएफ पर इंटस्ट रेट
वित्त वर्ष |
ईपीएफ रेट (फीसदी में) |
2005—06 |
8.50 |
2006—07 |
8.50 |
2007—08 |
8.50 |
2008—09 |
8.50 |
2009—10 |
8.50 |
2010—11 |
9.50 |
2011—12 |
8.25 |
2012—13 |
8.50 |
2013—14 |
8.75 |
2014—15 |
8.75 |
2015—16 |
8.80 |
2016—17 |
8.65 |
2017—18 |
8.55 |
2018—19 |
8.65 |
2019—20 |
8.50 |
2020—21 |
8.50 |
2021—22 |
8.10 |
2022—23 |
8.15 |