Jamshedpur : जेआरडी टाटा की 117वीं जयंती पर टाटा स्टील व ग्रुप के अन्य प्लांट परिसरों और कार्यालयों में कई कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया. कोविड के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए इनमें से अधिकांश गतिविधियों का आयोजन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किया गया. फिटनेस और खेल के प्रति जेआरडी टाटा के जुनून का सम्मान करते हुए दिन की शुरुआत वर्चुअल वॉकथॉन से की गई. इसमें 320 से ज्यादा टाटा स्टील कर्मचारियों की भागीदारी हुई. इसके बाद एक डिजिटल श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां कंपनी के वरिष्ठ नेतृत्व और कर्मचारियों ने मिलकर जेआरडी को श्रद्धांजलि दी.
जेआरडी की विरासत को आगे बढ़ाने के संकल्प का अवसर: नरेंद्रन
टाटा स्टील के सीईओ और प्रबंध निदेशक, टीवी नरेंद्रन ने कहा कि जेआरडी टाटा समूह की भावना और मूल्यों के प्रतीक हैं और उन्होंने कई दशकों तक समूह और टाटा स्टील की तकदीर को संवारा है. उनकेे पत्र लोगों के प्रति उनकी चिंता और उत्कृष्टता के लिए उनके जुनून को व्यक्त करते हैं. हर बार जब हम उनका जन्मदिन मनाते हैं, तो यह हमारे लिए उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर होता है.
इंफोसिस चेयरपर्सन सुधा मूर्ति ने कहा-साधारण रहें, पद कुछ भी हो
इस अवसर पर इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति के साथ एक प्रेरक सत्र का आयोजन किया गया. उन्होंने टेल्को के साथ ही अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने टाटा स्टील के कार्यकारी निदेशक व सीएफओ कौशिक चटर्जी के साथ एक परिचर्चा सत्र में भाग लिया, जहां उन्होंने कॉर्पोरेट जगत में नैतिक अभ्यासों के महत्व पर बात की. पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित सुधा मूर्ति ने कहा कि मैंने जेआरडी से जो भी सीखा और टाटा के साथ काम करने का मेरा अनुभव, हमेशा मेरे साथ रहेगा. उन्होंने उदार होने के साथ-साथ अपने कर्मचारियों, विशेष रूप से महिला कर्मचारियों का ध्यान रखने को महत्व दिया. जिस तरह से जेआरडी ने अपना जीवन जिया, उसने मुझे एक साधारण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया, चाहे आपका पद कुछ भी हो. बाद में, टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक डॉ जमशेद जे ईरानी के साथ एक वर्चुअल इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया.
भारत की पहली आवासीय क्लाइंबिंग एकेडमी टाटा स्टील ने खोली
जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने जेआरडी टाटा के 30 फुट के भित्ति चित्र का अनावरण किया. इस अवसर पर श्री चौधरी ने कहा कि एक बिजनेस लीडर और परोपकारी के रूप में जेआरडी टाटा की उपलब्धियों ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है. लेकिन उन्होंने कई प्रतिभाओं को भी पोषित किया और संस्थानों की स्थापना की जिसने उनके और दूसरों के जीवन को समृद्ध बनाया. श्री चौधरी ने जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) द्वारा स्थापित भारत की पहली आवासीय स्पोटर््स क्लाइंबिंग अकादमी का भी उद्घाटन किया. अकादमी प्रतिभाशाली एथलीटों को प्रशिक्षण सहायता, परामर्श, आवास, बुनियादी ढांचे और उपकरणों के साथ-साथ वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा बिखेरने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन का अवसर प्रदान करेगी.
गिविंग विंग्स टू योर ड्रीम्स में 1000 बच्चों ने भाग लिया
उड़ान के प्रति जेआरडी टाटा के जुनून और बच्चों के लिए उनके प्यार का जश्न मनाते हुए, टाटा स्टील के विमानन विभाग के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया था. गिविंग विंग्स टू योर ड्रीम्स नामक इस सत्र में जमशेदपुर के स्कूलों से 1000 से ज्यादा छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी देखी गई. कर्मचारियों को जेआरडी टाटा के व्यक्तिगत पहलुओं से समान रूप से प्रेरित करने के लिए, सेंटर फॉर एक्सीलेंस (सीएफई) ने पुणे में टाटा सेंट्रल आर्काइव्स में स्थित पूर्व चेयरमैन के कार्यालय का एक अनोखा वर्चुअल वॉकथ्रू आयोजित किया.