Bhopal : मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक पादरी सहित तीन लोगों को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किये जाने की सूचना है. खबरों के अनुसार एक आदिवासी व्यक्ति को पादरी पर आरोप लगाया थी कि वह उसे ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहा है. हालांकि ईसाई समुदाय के स्थानीय डायसिस ने इस आरोप का खंडन किया है.
प्रार्थना घर बुला कर उस पर पानी छिड़का और बाइबल पढ़ी
कल्याणपुरा थाना प्रभारी दिनेश रावत ने कल सोमवार को बताया कि आदिवासी टेटिया बारिया की शिकायत पर पादरी जाम सिंह डिंडोर, अनसिंह निनामा और मांगु भूरिया को गिरफ्तार किया गया है. बारिया ने शिकायत की कि आरोपियों ने रविवार को उसे ईसाई बनाने की कोशिश की. रावत के अनुसार बारिया ने दावा किया कि तीनों ने उसे रविवार को एक प्रार्थना घर बुला कर उस पर पानी छिड़का और बाइबल पढ़ी.
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मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत मामला दर्ज
बारिया ने यह भी आरोप लगाया कि तीनों ने उससे कहा कि धर्मांतरण के बाद उसके परिवार को मुफ्त स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं मिलेंगीं. लेकिन बारिया वहां से निकल गया. अधिकारी रावत ने कहा कि पादरी जाम सिंह, निनामा और भूरिया के खिलाफ मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस बीच, ईसाई समुदाय के झाबुआ डायसिस के सहायक बिशप रेवरेंड पॉल मुनिया ने पीटीआई से कहा कि धर्मांतरण के मुद्दे पर ईसाई समुदाय को बदनाम करने के लिए आदिवासी बहुल इलाके में अभियान चलाया जा रहा है.
ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि हमारे उत्पीड़कों को क्षमा करें
उन्होंने आरोप लगाया कि अभियान का उद्देश्य राजनीतिक लाभ लेना है. कुछ संगठन आदिवासियों को बांट रहे हैं. कहा कि हमारा एक पादरी और दो धर्मावलंबी (तीनों ईसाई) आदिवासी हैं और किसी भी व्यक्ति को धर्म बदलने के लिए प्रलोभन देने के किसी भी प्रयास में शामिल नहीं हुए हैं. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह हमारे उत्पीड़कों को क्षमा करें.