Ranchi: प्रदेश कांग्रेस में चल रही अंतकर्लह और विधायकों के दिल्ली दौरे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने बड़ा बयान दिया है. रविवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा है कि दिल्ली दरबार सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए खुला है. लेकिन वहां जाने का एक अनुशासन होता है. अगर मुझे दिल्ली जाना होगा, तो मैं पार्टी अनुशासन के तहत जाऊंगा.
इससे पहले मैं पार्टी प्रभारी और सीएलपी और पार्टी के सीनियर नेता से राय जरूर लूंगा. इन सब के बाद ही मैं मीडिया में कुछ बयान दूंगा. इसके अलावा कांग्रेस के चार महिला विधायक द्वारा रविवार को आलमगीर आलम के आवास पर हुई बैठक पर भी डॉ उरांव ने अपनी बातों को रखा है.
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चार विधायक अचानक गए थे दिल्ली
बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप, ममता देवी और उमा शंकर अकेला अचानक दिल्ली पहुंच गये थे. चारों विधायकों के दिल्ली जाने की जानकारी प्रदेश स्तर के किसी भी नेता को नहीं थी. इन चारों विधायकों ने एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह से भी मुलाकात की थी. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें, चारों विधायकों ने प्रदेश नेतृत्व की कार्यशैली और बोर्ड निगम बंटवारे में हो रही देरी पर नाराजगी जतायी थी.
पार्टी फॉरम में रखें अपनी समस्या
कांग्रेस की चार महिला विधायकों (दीपिका पांडेय सिंह, ममता देवी, अंबा प्रसाद और नीरज पूर्णिमा सिंह) की रविवार को बुलायी बैठक को लेकर भी डॉ उरांव ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि अगर कोई कहीं भी बैठ जाता है, तो फिर उसे कैसे मना कर सकते हैं. आपस में बात करना गलत थोड़ी है ना. लेकिन यह भी देखना चाहिए कि अगर कोई समस्या है, तो पार्टी अनुशासन के तहत मीडिया के सामने मत बोलिए. जो भी बोलना है, तो पार्टी फोरम में बोलिए. कांग्रेस पार्टी की भी यह परम्परा है.