Pakur: 156 साल पुराना एक स्कूल अचानक फर्जी साबित हो गया. अब वहां पढ़ रहे 1200 बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है. मामला पाकुड़ के अपग्रेड प्लस टू विद्यालय ईलामी का है.
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छात्रवृत्ति यानी एनएसपी के लिए आवेदन जमा किया
यहां पढ़ने वाले बच्चों जब अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति यानी एनएसपी के लिए आवेदन जमा किया. तब उन्हें इस बात का पता चला कि स्कूल ही फर्जी है. 504 छात्र-छात्राओं एनएसपी के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा किया था.
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यह कहकर रिजेक्ट कर दिया गया कि उनका संस्था ही फेक है
कई बार बैंक जाकर अकाउंट चेक करने पर भी जब उनके खाते में छात्रवृत्ति राशि नहीं आयी. तो उन्होंने ऑनलाइन आवेदन को फिर से चेक किया. वहां उनके आवेदन पर जो कमेंट दिखा उसे देखकर छात्र-छात्राओं के होश उड़ गये. आवेदन को यह कहकर रिजेक्ट कर दिया गया कि उनका संस्था ही फेक है.
एनएसपी के सभी 504 आवेदन को रद्द कर दिया
डिस्ट्रिक्ट नोडल ऑफिसर में उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय को फर्जी बताकर एनएसपी के सभी 504 आवेदन को रद्द कर दिया. पिछले साल की मैट्रिक जिला टॉपर साफिया हुसैन भी इसी स्कूल की छात्रा है. उसने भी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन दिया था जिसे निरस्त कर दिया गया है.
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यह जिला का ऐतिहासिक स्कूल है
छात्र-छात्राओं और स्कूल प्रबंधन का कहना है कि संस्थान को फर्जी बताना हास्यास्पद है. यह जिला का ऐतिहासिक स्कूल है जिसकी स्थापना 1865 में हुई थी. इस मामले को लेकर छात्रों ने स्कूल के प्राचार्य से मुलाकात की और छात्रवृत्ति राशि दिलवाने की मांग की है.
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