Bermo: गोमिया के स्वांग और गंझूडीह के निवासी इन दिनों परेशान हैं. इसकी वजह रेलवे लाइन किनारे खोदा गया गड्ढा है. बताया जाता है कि गोमो बरकाकाना रेल खंड के बोकारो थर्मल और गोमिया स्टेशन के बीच रेलवे लाइन के किनारे केबल संवेदक द्वारा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है. इससे राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
बताया जाता है कि गोमिया के स्वांग-गंझूडीह ग्राम के पास रेलवे लाइन के किनारे विभाग द्वारा केबल बिछाने के लिए तीन से चार फीट गड्ढा खोदा गया है. लेकिन केवल गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है. इस रास्ते से प्रतिदिन करीब हज़ारों लोगों का आवागमन होता है. बोकारो थर्मल प्लांट से लेकर सीसीएल गोविंदपुर परियोजना में काम करने वाले कर्मी का रोज आना-जाना उस रास्ते से होता है.
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चारपहिया वाहन का चलना मुश्किल
इसके अलावा बोकारो थर्मल से गोमिया और गोमिया से बोकारो थर्मल जाने वाले सैकड़ों बाइक और चार पहिया वाहनों का आवागमन होता है. वहीं स्वांग पुराना माइनस और गंझूडीह ग्राम के लोगों का रेलवे लाइन किनारे का रास्ता ही एक मात्र मार्ग है. लाइन के किनारे बेतरतीब तरीके से खोद दिया गया है. इससे रास्ते पर एक तरफ से ही मोटरसाइकिल जा सकता है. चारपहिया वाहन का चलना पूरी तरह बंद हो गया है. ऑटो तक चलने का रास्ता नही है.
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रेल विभाग को गंभीर होना चाहिए
ग्रामीणों का कहना है कि यदि कोई बीमार या गर्भवती महिला हो तो चारपहिया वाहन या एंबुलेंस का आना मुश्किल है. ऐसे में मरीज का क्या होगा इसकी कल्पना की जा सकती है. स्थानीय निवर्तमान मुखिया चंद्रदीप पासवान ने कहा कि संवेदक द्वारा इस तरह गड्ढा खोदकर छोड़ दिए जाने के मामले पर रेल विभाग को गंभीर होना चाहिए.
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कभी हो सकता है हादसा
कहा कि केंद्र सरकार की इकाई हो या राज्य सरकार की हो. सभी जनता के हित के लिए ही कार्य करती है. तो केबल बिछाने वाले संवेदक क्यों संवेदनशील नहीं हैं. जिस प्रकार गड्ढा खोदकर छोड़ दिया उससे किसी भी दिन हादसा हो सकता है. इस पर ध्यान दिये जाने की जरूरत है.
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