Ranchi : इजराइल का जासूसी सॉफ्टेवयर ‘पेगासस’ की खबर सामने आने को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने देश के लिए गहरी चिंता का विषय बताया है. पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि मोदी कैबिनेट में हुई बड़ी फेरबदल के पीछे का एक प्रमुख कारण भी यही जासूसी सॉफ्टवेयर का सामने आना है. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष में रहते हुए जेएमएम सरकार चला रही है. ऐसे में इस सोच से भी हम परहेज नहीं कर सकते कि मुख्यमंत्री, सभी मंत्री, संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्तियों की जासूसी हो सकती है.
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भारत सरकार इसपर तत्काल संज्ञान ले
सुप्रियो ने कहा कि पहले फ्रांस के साथ खरीद गये राफेल विमान में हुए कथित तौर पर घोटाले की जांच संबंधित देश में शुरू हुई है. अब जासूसी सॉफ्टेवयर पेगासस की जानकारी सामने आ गयी है. पूरी घटना भाजपा के खिलाफ राजनीति करने वाले के लिए एक बड़ा संदेश है. जेएमएम मांग करती है कि भारत सरकार इसपर तत्काल संज्ञान ले. बता दें कि पेगासस स्पाईवेयर से जुड़े खुलासों ने प्राइवेसी को लेकर यूजर्स की चिंता बढ़ा दी है. पेगासस को इजरायल की साइबर इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी फर्म NSO ग्रुप ने डिवेलप किया है.
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पेगासस सॉफ्टवेयर को सुरक्षा की दृष्टि से डिवेलप किया गया है
सुप्रियो ने कहा है कि इजरायल की एक कंपनी का तर्क है कि पेगासस सॉफ्टवेयर को सुरक्षा की दृष्टि से डिवेलप किया गया है. इसे वह विदेशी सरकार या उन अधिकृत एजेंसी को देती है, जो डेटा कलेक्शन का काम करती है. लेकिन 2017 से लेकर अब तक की जो प्रारंभिक जानकारी सामने आयी है, उसके मुताबिक कुछ पत्रकार, कुछ विपक्ष के नेता और एक सिटिंग जज के फोन को टैपिंग किया गया है. यानी अब साफ हैं कि अब देश में सरकार के खिलाफ बोलना, लिखना, बातें करना, किसी नीति की आलोचना करना संवैधानिक रूप से प्रतिबंध हो गया है.
पूर्व केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद को हटाने का भी कारण जेएमएम प्रवक्ता ने इसी पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर को बताया है. उन्होंने कहा कि आज जब यह सच सामने आने वाली थी, तो उस अनैतिक कार्य को ढंकने के लिए मंत्रिमंडल में इतनी बड़ी फेरबदल की गयी. उन्होंने कहा कि पहले यूएपीए फिर एनएसए कानून के दुरुपयोग पर सुप्रीम कोर्ट और कई राज्यों के हाईकोर्ट ने चिंता जतायी है. अब जासूसी की बात सामने आयी है, जो काफी चिंतनीय है.