NewDelhi : खबर आयी है कि पेगासस जासूसी मामले में सॉलिसिटर जनरल द्वारा समय मांगे जाने पर सुप्रीम कोर्ट में अगले सोमवार तक सुनवाई टल गयी है. इस क्रम में सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि वे सभी को इस मामले में अपना पक्ष रखने का मौका देंगे. आज मंगलवार को SC में सीजेआई ने याचिकाकर्ताओं और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि किसी को भी सीमा पार नहीं करनी चाहिए.
Supreme Court to take up the Pegasus matter on Monday. “Nobody should cross the limit and all will be given the opportunity in the case,” CJI NV Ramana told petitioners and Solicitor General Tushar Mehta.
— ANI (@ANI) August 10, 2021
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जो कुछ भी कहना है, अदालत के भीतर कहें
हम मामले में सबको मौका देंगे. साथ ही कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को सोशल मीडिया पर समानांतर बहसों से बचने की चेतावनी दी. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से कहा कि उन्हें जो कुछ भी कहना है, अदालत के भीतर कहें. कहा कि एक बार आप अदालत पहुंच जाते हैं तो वहीं पर बहस कीजिए. बता दें कि सॉलिसिटर जनरल द्वारा समय मांगे जाने पर कोर्ट ने सुनवाई टाल दी.
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पेगासस मुद्दे पर संसद ठप
पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट में दायर सभी याचिकाओं में मामले की SIT जांच करवाने की मांग की गयी है. इस मामले में संसद भी ठप है. विपक्षी दल संयुक्तओ संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने की मांग पर अड़े हुए हैं.
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रिपोर्ट सही तो आरोप गंभीर : सुप्रीम कोर्ट
इससे पूर्व पांच अगस्त को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर पेगासस जासूसी मामले में रिपोर्ट सही है कि तो यह गंभीर आरोप है. कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए, यह एक अलग कहानी है. हमें नहीं पता कि किसका नाम इसमें है.
अदालत ने याचिकाकर्ताओं से पूछा था कि यह मामला पहली बार 2019 में प्रकाश में आया था तो वे इस मामले में दो साल बाद क्यों सामने आये हैं? कहा था कि अगर फोन की जासूसी हुई तो फिर टेलिग्राफ एक्ट के तहत शिकायत फाइल की जा सकती थी?