Ranchi : कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण और इससे हो रही मौतों को देख अधिकांश राज्य अब पूर्ण लॉकडाउन लगाने की दिशा में हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र और राज्यों की सरकार को लॉकडाउन लगाने पर विचार करने का निर्देश दिया है. ताकि कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जनता को बचाया जा सके. झारखंड में भी बढ़ते संक्रमण की स्थिति को देख Lagatar.in ने 4 मई की सुबह लोगों से उनकी राय मांगी. जानना चाहा कि क्या वे राज्य में पूर्ण व सख्त लॉकडाउन लगाने के पक्ष में हैं. इस पर 150 से अधिक लोगों ने अपनी राय दी है. अधिकांश लोगों ने यही कहा कि सरकार को जल्द से जल्द संपूर्ण लॉकडाउन लगाना चाहिए. कुछ लोग गरीबों को राहत देने और जरूरी सेवाओं पर आंशिक छूट देने की भी बात कर रहे हैं. दिन के 3 बजे तक लगभग डेढ़ सौ लोगों ने अपनी राय साझा की है. हमारे पाठक अभी भी अपनी राय भेज रहे हैं. नीचे की खबर पर क्लिक करके पढ़ें, लोगों ने क्या-क्या कहा…….
लॉकडाउन की जगह जागरूकता फैलाने व स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के पक्ष में सीमित लोग
हालांकि कुछ लोगों के विचार (सीमित तौर पर ही) लॉकडाउन नहीं लगाने पर भी हैं. ऐसे लोगों का कहना है कि “लॉकडाउन जरूरी नहीं, अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की जरूरत है. साथ ही लोगों में जागरूकता की कमी है. जिस दिन हर व्यक्ति कोरोना के प्रति जागरूक हो जाएगा, उस दिन कोरोना वायरस हारेगा हम जीतेंगे”.
दो दिन का नोटिस दें लगाएं 14 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन
अपनी राय साझा करने के साथ अधिकांश लोगों का यही मानना है कि आज लोग भेड़-बकरी की तरह मर रहे हैं. ऐसे में झारखंड में पूर्ण लॉकडाउन सख्ती से लागू करना जरूरी है. सरकार को चाहिए कि “संक्रमण के चक्र को तोड़ने के लिए 14 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन बहुत जरूरी है. बस केवल 2 दिन का एडवांस नोटिस जरूर दे दीजिएगा, ताकि लोग अपना राशन, इत्यादि जरूरी सामानों का व्यवस्था कर लें”.