खिलाड़ियों ने कहा, भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है, दीपक ने अपने पैसे से खरीदे हुए धनुष से जीते हैं आठ गोल्ड
Shubham Kishore
Ranchi : रांची के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के एकलव्य तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र होटवार के खिलाड़ी अपनी समस्याओं को लेकर खेल निदेशालय पहुंचे. वहां उन्होंने साझा के संयुक्त निदेशक राज किशोर खाखा से मुलाकात की और आवेदन दिये. सभी खिलाड़ियों ने एक सुर में कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उन्हें आधुनिक इक्विपमेंट नहीं मिले हैं. एक्सीलेंस सेंटर के लगभग सभी खिलाड़ी मेडलिस्ट हैं.
खेल में हमें अपना भविष्य नहीं दिख रहा है
उन्होंने कहा, अब खेल में हमें अपना भविष्य नहीं दिख रहा है. क्योंकि हमारे पास पुराने इक्विपमेंट हैं और वह भी टूट चुके हैं. लगभग 2 साल से हमें इक्विपमेंट नहीं दिये गये है. टीए डीए की बात तो छोड़ ही दीजिए. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इक्विपमेंट नहीं मिले तो वो सेंटर छोड़कर चले जायेंगे. बता दें इस सेंटर में लगभग 45 खिलाड़ी हैं, जो राज्य के विभिन्न जिलों से आये हैं.
गोल्ड मेडलिस्ट दीपक इक्विपमेंट के अभाव में आनेवाली प्रतियोगिता में नहीं ले सकेंगे भाग
15वीं आर्चरी चैंपियनशिप की सभी स्पर्धा में झारखंड को 8 गोल्ड दिलाने वाले दीपक कुमार प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेंगे. उन्होंने बताया कि उन्हे दो साल से आधुनिक इक्विपमेंट नहीं मिले हैं. पुराना वाला धनुष जो परिवारवालों ने कर्जा कर दिलाया था, वह भी टूट चुका है. उन्होंने कहा कि यह बहुत महंगा गेम है. इसके लिए 5 लाख का प्रॉपर इक्विपमेंट सेट आता है. इसके साथ एक टूर्नामेंट में जाने में लगभग 10 हजार का खर्च भी आता है, जो कि लगभग खुद से भरना पड़ता है.
सुविधा के नाम पर केवल यहां रहने ही दिया जा रहा है
पिछले 6 महीने से कई बार उन्होंने टीए और डीए के लिए निदेशालय में आवेदन दिया, लेकिन उन्हें अभी तक इसका भुगतान नहीं किया गया है. सुविधा के नाम पर केवल यहां रहने ही दिया जा रहा है. खाना अभी हाल के दिनों में कुछ ठीक हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंटर के सारे बच्चे 5 से 7 साल पीछे हैं. क्योंकि आज के मॉर्डन जमाने में कई मॉडर्न इक्विपमेंट हैं लेकिन अभी भी वो लोग 2018 वाले पुराने इक्विपमेंट चला रहे हैं. वह भी लगभग टूट चुके हैं.
जल्द मिलेंगे इक्विपमेंट :संयुक्त निदेशक
संयुक्त निदेशक राज किशोर खाखा ने खिलाड़ियों से कहा कि इक्विपमेंट आये हुए हैं. जल्द ही सभी के बीच बांटे जायेंगे. संयुक्त निदेशक द्वारा लिखित आश्वासन नहीं मिलने के बाद खिलाड़ी निराश लौट गये.