Patna: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी दिल्ली से गुरुवार की शाम लौट आए. पटना पहुंचते ही उन्होंने समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के मुद्दे पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि मदन सहनी ने जो कहा है, वह सच है, बिहार के 20 प्रतिशत अधिकारी ऐसे हैं जो मंत्रियों की नहीं सुनते. इसके साथ ही मांझी ने ट्वीट करके लिखा कि प्रधानमंत्री जी से मैंने कर्पूरी जी, दशरथ मांझी जी को भारत रत्न देने की मांग के साथ न्यायपालिका एवं निजी क्षेत्रों में आरक्षण की मांग की थी. इसके आलोक में पीएम मोदी ने तीन सदस्यों की कमेटी बनाकर मेरी मांगों पर विचार करने की बात कही है. धन्यवाद मोदी जी…
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आपको बता दें कि एनडीए में सहयोगी जीतनराम मांझी बिहार के सीएम नीतीश कुमार से भी निजी क्षेत्रों में आरक्षण देने की मांग कर चुके हैं. उन्होंने इसके लिए यह हवाला दिया था कि अब सरकारी नौकरियां कम हो रही हैं. ऐसे में प्राइवेट जॉब करने वालों को भी आरक्षण के दायरे में लाया जाना चाहिए.
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‘बिहार में अधिकारी नहीं सुनते बात’
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के आरोप को सही बताया है. उन्होंने कहा है कि बिहार में अफसर जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनते हैं. 20 फीसदी ऐसे अधिकारी हैं जो विधायक, मंत्रियों की बातों को तवज्जो नहीं देते. मांझी ने कहा था कि इसपर रोक लगनी चाहिए.
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