LagatarDesk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर राष्ट्र को समर्पित किया है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में वर्चुअली मौजूद थे. कानपुर के पास PM Modi ने 351 किलोमीटर लंबे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर का वर्चुअली उद्घाटन किया. ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर लुधियाना को पश्चिम बंगाल के दानकुनी से जोड़ रहा है. 5750 करोड़ रुपये की लागत से बना यह कॉरीडोर 351 किमी लंबा है और यह अत्याधुनिक रेलवे सेक्शन 25 एक्सल टन वैगन की भारवहन क्षमता के साथ भारी और लंबी ढुलाई के अनुकूल है. देश का यह सबसे भव्य डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कंट्रोल रूम है.
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इसके अलावा PM Modi ने प्रयागराज के सूबेदारगंज में बनाये गये The Eastern Dedicated Freight Corridor(EDFC) के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का भी उद्घाटन किया. यह कंट्रोल रूम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. यहां से पूरे कॉरिडोर की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. इसकी मदद से हर दो किलोमीटर पर लगाये गये सिगन्ल की जानकारी भी मिलेगी. देश में ऐसा पहली बार होगा, जब कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर ट्रेन को लाइव देखा जा सकेगा. लुधियाना से पश्चिम बंगाल के दानकुनी के रास्ते में कई कोयला खदानें, थर्मल पावर प्लांट और औद्योगिक शहर हैं. इनके लिए फीडर मार्ग भी बनाया जा रहे हैं. देश में पश्चिमी कॉरिडोर पर भी काम चल रहा है. यह फ्रेट कॉरिडोर महाराष्ट्र के जेएनपीटी को उत्तर प्रदेश के दादरी से जोड़ेगा. 1500 किलोमीटर के इस कॉरिडोर में गुजरात के बड़े बंदरगाहों के लिए फीडर मार्ग होंगे.
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किसानों और उद्योग के लिए फायदेमंद
यह एक तरह से मालगाड़ियों के लिए बना विशेष रेल ट्रैक है. इसकी मदद से किसान अपनी फसल को जल्दी देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा पायेंगे. इसके साथ ही उद्योगों का माल बाजार तक और बंदरगाहों तक शीघ्रता से पहुंच सकेगा. अभी तक यात्री रेल और मालगाड़ियां एक ही ट्रैक पर चलती हैं. ऐसी स्थिति में मालगाड़ियों को घंटों रोकना पड़ता है अथवा यात्री ट्रेन को. इससे ट्रांपोर्टेशन की लागत बढ़ती है और सीधा असर खेती खनिज उत्पाद और औद्योगिक उत्पादों की कीमत पर पड़ता है. महंगे होने के कारण वे देश और विदेश के बाजारों में होने वाली प्रतिस्पर्धा में टिक नहीं पाते. इसी स्थिति से निपटने के लिए फ्रेट कॉरिडोर की योजना बनाई गयी थी.
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तीन गुना बढ़ेगी मालगाड़ियों की स्पीड
मालगाड़ियों के लिए बने इस रेल ट्रैक से मालगाड़ी की स्पीड तीन गुना बढ़ जायेगा. मालगाड़ियां पहले से 2 गुना अधिक माल की ढुलाई कर सकेंगी. मालगाड़ियां जब समय पर पहुंचेंगी तो लॉजिस्टिक नेटवर्क सस्ता होता जायेगा. इससे निर्यात को लाभ होगा. रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे.
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