झामुमो का पलटवार
-मंच पर पीएम ने भूत की बात की, वाकई में उनके साथ मंच पर बैठे दूसरे दल से आए भूत ही थे
-पीएम आवास योजना की बात करने वाले पीएम झारखंड का कोटा बंद कर दिया
-आखिरकार मंच से पांच-पांच पूर्व सीएम बकाया, सरना धर्म कोड, ओबीसी आरक्षण पर बुलवा नहीं सके, अब किस मुंह से जाएंगे जनता के बीच
Ranchi: झामुमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे और उनकी स्पीच को लेकर जबरदस्त पलटवार किया है. झारखंड को उम्मीद थी कि पीएम चुनावी मौसम में यहां आए हैं, तो निश्चित ही राज्य की माइनिंग रॉयल्टी का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़, सरना धर्म कोड और ओबीसी आरक्षण पर कुछ घोषणा करेंगे. मगर इन सबका नाम तक नहीं लिया. यहां तक कि चंपाई सोरेन समेत पांच-पांच पूर्व सीएम भी अपने नेता से यह बात बुलवा नहीं सके. अब इन्हें आने वाले दिनों में जनता को जवाब देना होगा, नहीं तो वे किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे. ये बातें झामुमो महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कहीं.
पीएम मोदी ने भूत की बात कीः जेएमएम
उन्होंने कहा कि मोदी जी पूरी तरह से हताश और निराश दिखे. क्या-क्या बोल गए, उन्हें भी पता नहीं चलेगा. पीएम मोदी ने भूत की बात की. कहा कि किसी पार्टी का भूत किसी और पार्टी में चला जाता है. पीएम मोदी ने ये सही बात कही. जब वे मंच पर गये तो उनको कई भूत नजर आये. कोई जेएमएम से गया हुआ भूत, कोई कांग्रेस से गया हुआ भूत, कोई जेवीएम से गया भूत. इससे पीएम को लगा कि यहां तो सभी भूत हैं. भाजपा के जो 240 सांसद जीत कर आये हैं, उनमें से 140 सासंद भूत ही हैं. यानी दूसरी पार्टियों के हैं. इनमें से 95 सांसद कांग्रेसी भूत हैं. मणिपुर में आग लगाने वाले असम के सीएम भी भूत हैं. वे भी कभी कांग्रेसी थे. डेढ़ साल से जो मणिपुर जल रहा है, इसके सीएम भी भूत हैं. मंच पर आगे की कुर्सियों पर सिर्फ एक बीजेपी का नेता था और वो थे शिवराज सिंह चौहान. कहा कि मंच पर मौजूद स्थानीय सासंद भी भूत ही थे. जो मंच का संचालन कर रही थीं. वो भी भूत हैं. पीएम मोदी के मंच पर भूतों का जमावड़ा लगा हुआ था. पीएम मोदी को सोते हुए में भी हर जगह का हार का भूत दिखाई दे रहा है. हरियाणा के साथ महाराष्ट्र में भी हार का भूत उनको दिखाई दे रहा है.
डीएमएफटी फंड कोई चमत्कार नहीं
सुप्रियो ने कहा कि पीएम ने डिस्ट्रिक माईनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट की बात की. यह सिर्फ झारखंड के लिए नहीं है. ये देश के उन सभी राज्यों के जिलों के लिए है, जहां माइन्स और मिनरल्स हैं. इन जिलों से जो रॉयल्टी आती थी, उसका सिर्फ नाम बदल कर डिस्ट्रिक माईनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट कर दिया. ये कोई बहुत चमत्कार की बात नहीं थी जिसकी चर्चा की गयी. दूसरी बड़ी बात उन्होंने ये कही कि पीएम आवास योजना को फिर से शुरू करेंगे.
झारखंड आने के बाद उन्हें शहीदों का नाम याद आता है
सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी पोटो हो का नाम नहीं लिया था, जबकि वे 2012 से झारखंड आ रहे हैं. मगर आज उन्होंने लिया. चूंकि सीएम हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम से युवा वर्ग के लिए योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को भी पोटो हो का ख्याल आया. हेमंत ने पोटो हो के नाम से ग्रामीण खेल योजना की शुरुआत की. जब वो संथाल जाते हैं तो फूलो झानो के नाम से हमारी योजना के माध्यम से वे इन वीर क्रांतिकारी संथाली महिलाओं से परिचित होते हैं.
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