Ranchi : नक्सलियों पर नकेल कसने में झारखंड पुलिस अपनी पूरी ताकत लगा रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा नक्सली गिरफ्तार हुए है. वर्ष 2019 में अलग अलग संगठन के 282 नक्सली गिरफ्तार हुए थे,जबकि इस वर्ष 2020 के अक्टूबर माह तक 322 नक्सली गिरफ्तार हुआ है. जिनमें सबसे अधिक भाकपा माओवादी के 135 नक्सली गिरफ्तार हुआ है.
इसे भी पढ़ें – जानें बिग बॉस कंटेस्टेंट राहुल वैद्य किस एक्ट्रेस को कर रहे हैं डेट
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा नक्सली हुए गिरफ्तार
वर्ष 2019 में गिरफ्तार हुए नक्सलियों में भाकपा माओवादी के 132, पीएलएफआई के 81, टीपीसी के 46 और जेजेएमपी के 23 नक्सली शामिल है. जबकि वर्ष 2020 के अक्टूबर महीने तक भाकपा माओवादी के 135, पीएलएफआई के 116, टीपीसी के 58 और जेजेएमपी के 21 नक्सली गिरफ्तार हुए है.
अपनी सक्रियता बढ़ाने में जुटे है नक्सली
सूत्रों के अनुसार माओवादियों ने हाल ही में अपने शीर्ष नेताओं को झारखंड के हालात के बारे में बताया था. बता दें कि नक्सली झारखंड में इस वर्ष पूरी तरह से बैक फुट पर हैं और सूबे में पुलिस की रणनीति के सामने बौने नजर आ रहे हैं. लेकिन यह खबर मिली है कि नक्सलियों ने कुछ नये इलाकों में संगठन को स्थापित किया है. और रांची, सरायकेला, चतरा, लोहरदगा, चाईबासा, गुमला जिले में अपनी सक्रियता बढ़ाने की कोशिश में भी जुटे है.
इसे भी पढ़ें- एक्वालाइनभुंगरू दूषित पानी को बनायेगा पीने योग्य
173 नक्सलियों के विरुद्ध है पुरस्कार की घोषणा
फरार नक्सलियों व उग्रवादियों के खिलाफ हेमंत सोरेन की सरकार ने नये सिरे से पुरस्कार की घोषणा की है. छह नये फरार नक्सलियों/उग्रवादियों की गिरफ्तारी को लेकर पुरस्कार की घोषणा की गयी है. वर्तमान में 120 नक्सलियों के विरुद्ध पहले से घोषित पुरस्कार की राशि का नवीकरण व उनके पद व पुरस्कार राशि के उत्क्रमण के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है. बता दें कि वर्तमान समय में 279 नक्सलियों के खिलाफ पुरस्कार घोषित है. इनमें से 106 नक्सली या तो गिरफ्तार हो चुके हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं या पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. इस तरह फिलहाल 173 नक्सलियों के विरुद्ध पुरस्कार की घोषणा प्रभावी है.
इसे भी पढ़ें – ऊंचे संकल्पों को हासिल करने की प्रेरणा भूमि होते हैं विश्वविद्यालय: मोदी