Hazaribagh: पुलिस और पब्लिक के बीच अच्छे संबंध बनाने को लेकर भले ही चर्चा हो रही हो, लेकिन पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, कटकमसांडी प्रखंड के खुटरा गांव में रविवार रात लगभग 11:00 बजे पुलिस एक फरार वारंटी को पकड़ने के लिए पहुंची थी, लेकिन पुलिस को चकमा देकर आरोपी फरार हो गया. इसके बाद पुलिस शक के आधार पर पड़ोस के घर में छापा मारने के लिए पहुंची. दरवाजा खुलवाया गया लेकिन आरोपी वहां भी नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने एक अन्य घर पर दस्तक दी और दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई. इस घर में शनिवार देर शाम बिजली के करंट लगने से घर के मुखिया की मौत हुई थी और एक महिला जख्मी हुई थी.
मृतक को मिट्टी रविवार को दी गई गयी थी और घर में मातम पसरा हुआ था. ऐसे में रात 11:00 बजे पुलिस के दरवाजा खुलवाकर घर में घुसने और महिलाओं से कथित गाली गलौज करने की घटना पर चौतरफा सवाल उठ रहे हैं. इस संबंध में सोमवार को पंचायत के मुखिया, पूर्व उप मुखिया कमरुद्दीन जमा, पंचायत समिति के सदस्य प्रदीप मिश्रा, दानिश सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि शनिवार देर शाम को उक्त शोकाकुल घर में जब सभी लोग सो रहे थे उस वक्त पुलिस ने गाली गलौज करते हुए दरवाजा तोड़ दिया और घर में प्रवेश करके गाली गलौज करने लगी, जबकि उसके घर के किसी सदस्य पर न किसी तरह का मुकदमा है और न ही कोई फरार वारंटी है. इसके बावजूद पुलिस गाली गलौज करने लगी और आरोपी के भागने की बात कहने लगी.
न तो महिला पुलिस थी और न ही थानेदार मैडम थी
इस संबंध में घायल मुस्तरी बेगम ने बताया कि करंट लगने से उसके दोनों पांव जल गये थे. वे उठ नहीं पा रही है. पुलिस दरवाजा तोड़कर घर में घुस गई. इस दौरान उसके जख्म पर दोबारा चोट लग गई. सवाल पूछे जाने पर पुलिस गाली गलौज एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगी. इस दौरान न तो महिला पुलिस थी और न ही थानेदार मैडम थी. यह कैसी पुलिस है जो किसी के घर में रात में जाकर गाली गलौज करती है. हम आम जनता पुलिस के भरोसे खुली जगह पर सोते हैं और पुलिस ही रात में घुसकर आम लोगों को अगर परेशान करती है तो यह अन्याय है. ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले को लेकर हजारीबाग पुलिस अधीक्षक, डीआईजी और कमिश्नर को भी आवेदन दिया जाएगा. अगर थानेदार पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर आंदोलन और धरना दिया जाएगा.
ग्रामीणों का आरोप बेबुनियादः थाना प्रभारी
इस संबंध में पेलावल थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस फरार वारंटी को पकड़ने के लिए रात को गई थी, लेकिन वह अपने घर से पड़ोसी के घर में घुस रहा था. पुलिस को यह पता नहीं था कि इस घर में मातम पसरा हुआ है. परिजन द्वारा दरवाजा खोला गया और जानकारी ली गई, लेकिन वहां से भी वह फरार वारंटी भाग चुका था. पुलिस पर अगर ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं तो यह आरोप बेबुनियाद है.
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