Ranchi : सरना धर्म कोड को लेकर झारखंड में सियासत तेज हो गयी है. हेमंत सरकार ने राज्यपाल के माध्यम से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है अब केंद्र सरकार इस मामले को देख रही है. केंद्र सरकार के पास मुद्दा पहुंचने के बाद पक्ष और विपक्ष एक- दूसरे की घेराबंदी में जुटा हुआ हैं. राज्य सरकार ने विधानसभा में सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित कर दिया है.
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पक्ष और विपक्ष एक –दूसरे को घेरने की बना रही रणनीति
यूपीए ने केंद्र सरकरा को घेरने की रणनीति बना ली है. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने 12 सांसदों को पत्र लिखा हैं. पत्र में लिखा गया है कि सभी सासंद संसद में सरना धर्म कोड की मांग करें. यूपीए की राजनीति को देखते हुए भाजपा भी राज्य में सरकार को घरने की रणनीति बान रही है.
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केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश के नेताओं से कर रही संपर्क
भाजपा भी सरना धर्म कोड के मुद्दे पर रास्ता निकालने में जुटी है. केंद्रीय नेतृत्व इस मामले को लेकर प्रदेश के नेताओं के साथ लगातार संपर्क कर रही है. पिछले दिनों विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित प्रदेश के कई नेताओं ने आलाकमान के साथ इस मामले पर चर्चा की है.
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इसके पहलुओं पर केंद्र सरकार कर रही मंथन
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद व भाजपा के एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव सहित दूसरे आदिवासी नेताओं के साथ भी संगठन के स्तर पर इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है. भाजपा इस मामले को लेकर बहुत हड़बड़ी में नहीं है इसके सारे पहलुओं पर विचार कर रही है. सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर आरएसएस भी मंथन चल रहा है़ आदिवासी इलाकों से जानकारी जुटायी जा रही है.
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