Ranchi: रांचीवासियों को स्मार्ट मीटर से अभी राहत नहीं मिली कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड का नया फरमान आ गया. निगम के निर्णय के अनुसार 1 सितंबर से रांची में लगे स्मार्ट मीटर प्रीपेड काम करना शुरू कर देंगे. बिजली की इस नई व्यवस्था से शहरवासी खासे नाराज हैं. उन्होंने कहा कि पहले से ही स्मार्ट मीटर से आने वाले अधिक बिल से हमलेाग परेशान हैं. ऐसे में 1 सितंबर से मीटर प्रीपेड कर दिया जायेगा तो परेशानी और बढ़ेगी. इस पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
जनसुनवाई कर प्रीपेड मीटर प्रक्रिया करें लागू : अकरम
जन सूचना अधिकार मंच रांची के संयोजक अकरम रशीद ने कहा कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा 1 सितंबर से की जाने वाली प्रीपेड मीटर का हम सभी रांची जिले के नागरिक विरोध करते हैं. हमलोगों ने स्मार्ट मीटर नहीं लगाने एवं अधिक बिजली का बिल आने पर पूर्व में विरोध भी कर चुके हैं. बिजली विभाग के संबंध में आंदोलन भी चला चुके हैं. बिजली विभाग एवं राज्य सरकार प्रीपेड पुन: रोके एवं मीटर प्रक्रिया को लागू करने से पहले राजभर में जिलों में जनसुनवाई कर आम नागरिक की राय ले. उसके बाद ही प्रीपेड मीटर लागू करे, क्योंकि राज्य में ऐसे ही स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली बिल 50 से 100 गुना अधिक आ रहा है. जिनके घरों में 700 रुपये का बिजली आया करता था, अब 2 हजार आ रहा है.
कहा कि बहुत सारे उपभोक्ताओं के घरों में 12000 से 24000 रुपए का बिजली बिल आ रहा है. राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली 200 यूनिट बिजली का लाभ ऐसे उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रहा है, जिनका गलत बिजली बिल आ रहा है. स्मार्ट मीटर से अधिक बिल आने की शिकायत करने के बाद भी बिजली विभाग ने इस विषय पर कुछ नहीं किया. हम सभी जनता की ओर से मांग करते हैं कि जनसुनवाई कर रांची जिला समेत राजभर में जनसुनवाई के बाद ही प्रीपेड प्रक्रिया को लागू किया जाय, अन्यथा जल्दबाजी में इस प्रक्रिया को लागू करना जनता के साथ धोखा करना है. यदि बिजली विभाग इस प्रक्रिया को बिना जनसुनवाई के माध्यम से लागू करती है तो रांची जिला समेत सभी जिलों में इसका विरोध आंदोलन के माध्यम से किया जायेगा.
पहले अधिक बिल आने की परेशानी दूर हो : नेहाल
मरहबा हयूमन सोसाइटी के सचिव नेहाल अहमद ने कहा कि हमलोग तो पहले ही स्मार्ट मीटर से आने वाले अधिक बिल से परेशान हैं. ऐसे में प्रीपेड मीटर किसी भी सूरत में उचित नहीं है. पहले अधिक बिल आने वाली परेशानी का तो समाधान किया जाये. यदि प्रीपेड मीटर लागू किया गया तो गरीबों के घरों में अंधेरा हो जायेगा. यह योजना गरीबों को बिजली से दूर करने के लिये है. जबकि ऐसा नहीं है, बिजली बिल तो सभी देते हैं. इसलिये सबसे पहले अधिक बिल आने वाले सिस्टम में सुधार किया जाये. उसके बाद ही आगे नई व्यवस्था के बारे विचार किया जाये.
प्रीपेड मीटर लागू होना उचित नहीं : नियाज
हरमू नौजवान मुहर्रम कमेटी के सचिव नियाज अहमद ने कहा कि स्माट मीटर तो लगा है, लेकिन पूर्व में जो बिल आता था, उससे बढ़ कर बिजली आता है. प्रीपेड मीटर की व्यवस्था 1 सितंबर से किया जा रहा है. यह उचित नहीं है. इस व्यवस्था को लागू करने से पहले बिजली विभाग को स्मार्ट मीटर से अधिक बिल आने को रोकने की जरूरत है. बिल अधिक होने से महीने भर का पूरा बजट ही बिगड़ जाता है. इसलिये इसमें सुधार की जरूरत है.
स्मार्ट मीटर से बिल अधिक आता है : बब्लु कुमार
विद्यानगर निवासी बब्लु कुमार ने कहा कि पूर्व में जो बिजली विभाग से मीटर लगा था, उस समय बिजली बिल ठीक आता था. जब से स्मार्ट मीटर लगा है, बिजली बिल अधिक आ रहा है. इससे परेशानी बनी हुई है. इसलिये यदि पूर्व के समन ही बिजली की व्यवस्था कर दी जाये तो उचित होगा.
अधिक बिजली बिल आने की समस्या दूर हो : इरशाद
हरमू निवासी मो इरशाद ने कहा कि स्माट मीटर से हमलोग परेशान हैं. पहले के मुकाबले बिजली बिल काफी बढ़ कर आता है. बिजली ऐसी जरूरत है, कि इसका भुगतान तो करना ही है. अधिक बिल आने की समस्या की जानकारी देने पर भी समाधान नहीं हुआ. अब जो बिल आता है, उसे जमा करते हैं. इसलिये कम से कम अधिक बिजली बिल आने की परेशानी दूर हो.
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