Ranchi: राज्य सरकार झारखंड के स्थानीय भाषाओं को प्राथमिक स्तर पर अनिवार्य करने पर गंभीरता से विचार विमर्श कर रही है. इसे लेकर एजुकेशन डिपार्टमेंट को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया गया है. सीएम हेमंत सोरेन भी इस दिशा में गंभीर नजर आ रहे हैं. सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो ने इसे लेकर विभागीय अधिकारियों से बात की है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों से इस बाबत प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.
इन भाषाओं प्राइमरी स्तर पर किया जाएगा शामिल
सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि संताली, कुरुख, मुंडारी और हो भाषाओं को राज्य सरकार एजुकेशन के प्राइमरी लेवल में शामिल करना चाहती है. इस सिलसिले में सरकार लीगल एक्सपर्ट से भी संपर्क कर रही है. साथ ही साथ इन भाषाओं के भाषाविदों से भी राय मशविरा किया जा रहा है.
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