NewDelhi : विपक्षी दल के नेता आज बुधवार को संसद के मानसून सत्र में पेगासस जासूसी प्रकरण सहित अन्य मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए बैठक कररणनीति बनायेंगे. खबर है कि संसद परिसर में होने वाली इस बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे. इस संबंध में कांग्रेस सांसद के सुरेश ने बताया कि विपक्षी दलों ने सामूहिक रूप से पेगासस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. कहा कि इससे पहले बुधवार सुबह 10 बजे लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी दलों के नेताओं की एक संयुक्त बैठक होगी.
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विपक्ष केंद्र के खिलाफ एकजुट नजर आया
जान लें कि राज्यसभा के अंदर और बाहर पेगासस जासूसी, किसान आंदोलन और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष केंद्र के खिलाफ एकजुट नजर आया. विपक्ष के नेता मल्लिाकर्जुन खड़गे ने कहा, सरकार कितना भी अड़ियल रवैया अपनाये, हम केंद्र के खिलाफ एकजुटता से खड़े होकर जनता से जुड़े जरूरी मुद्दों पर संसद में आवाज बुलंद करते रहेंगे.
बता दें कि राज्यसभा में कल मंगलवार को विपक्ष ने पेगासस, कृषि कानून, महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस दिये थे. सदन स्थगित कर दिये जाने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में आनंद शर्मा, डीएमके से तिरुचि शिवा, टीएमसी से सुखेंदु, सीपीआई से बिनॉय विश्वम, सीपीएम से इलेमाराम करीम, आरजेडी से मनोज झा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव ने बाहर आकर अपनी बात रखी.
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सरकार पेगासस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है
इस क्रम में खड़गे ने कहा, हमने पेगासस मामला उठाया मगर सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं है. आखिर सरकार क्या छिपा रही है जो पेगासस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है. यह तानाशाही है, कहा कि हमारे पीएम किसी मुद्दे को लोकतांत्रिक ढंग से सुलझाना ही नहीं चाहते. हम बातचीत के लिए भी तैयार हैं. सभी पार्टी के नेताओं को लेकर आप एक माहौल बनायें. हम मिलकर बात करेंगे.
डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने कहा, विपक्ष देश के लोगों से सीधे जुड़े मुद्दों पर चर्चा और सरकार से जवाब चाहता है. आरोप लगाया कि सदन में हमारे पक्ष को ब्लैक आउट किया जा रहा है. हमारे माइक बंद किये जा रहे हैं. सीपीआई सांसद बिनय विश्वम ने कहा कि सदन के नियमों की अनदेखी हो रही है.