NewDelhi : प्रधानमंत्री मोदी ने सेना में भर्ती की अल्पकालिक योजना अग्निपथ के तहत शुरुआती टीमों में शामिल अग्निवीरों से आज सोमवार को बात की. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम वर्चुअली हुआ. जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के पहले बैच के लगभग 28, 500 अग्निवीरों को संबोधित किया. इन अग्निवीरों की भर्ती पिछले साल दिसंबर में हुई थी.
अग्निवीर तीनों सेना थल, वायु और नौ के सभी ट्रेनिंग सेंटर से जुड़ेंगे
छह महीने की ट्रेनिंग के बाद अग्निवीरों को सेना में तैनात किया जायेगा. ये अग्निवीर तीनों सेना- थल, वायु और नौ के सभी ट्रेनिंग सेंटर से जुड़ेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अग्निवीर के पहले बैच को जम्मू-कश्मीर से चुना गया है. फिजिकल टेस्ट, रिटन टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद लगभग 200 उम्मीदवारों को सेलेक्ट किया गया. इसके बात सभी को श्रीनगर स्थित आर्मी भर्ती कार्यालय से भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट के करीब 30 सेंटरों में भेजा गया है, जहां पर उनकी ट्रेनिंग चल रही है.
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#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi and Defence Minister Rajnath Singh interact with Agniveers.
(Source: PMO) pic.twitter.com/SmCKyzSbjW
— ANI (@ANI) January 16, 2023
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14 जून, 2022 को सरकार ने अग्निपथ योजना की घोषणा की थी
पिछले साल 14 जून को सरकार ने तीनों सेवाओं (सेना, नौसेना और वायु सेना) में सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा की थी. यह योजना चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने अवसर प्रदान करती है. इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर नाम दिया जायेगा.
चार साल के बाद प्रत्येक बैच के केवल 25 प्रतिशत जवानों को ही 15 साल की अवधि के लिए सेवाओं में शामिल किया जायेगा. सरकार के अनुसार अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों को अधिक युवा बनायेगी.
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अग्निपथ योजना के तहत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जवानों की भर्तियां हो रही हैं
अग्निपथ योजना के तहत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जवानों की भर्तियां हो रही है. इनका रैंक मौजूदा रैंक से अलग होगा और ये अग्निवीर कहलाएंगे. इस योजना के तहत हर साल लगभग 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाना है. सेना के लिए 40,000 और IAF-नेवी के लिए 3000-3000 भर्तियां होंगी. जान लें कि योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध को देखते हुए सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल के लिए बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था. केंद्र सरकार ने 14 जून को ऐलान किया था कि इस साल अग्रिपथ योजना के तहत 46,000 अग्निवीरों की भर्ती जायेगी.
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पहले साल 30,000 रुपये महीना सैलरी मिलेगी
चार साल की नौकरी में अग्निवीर को पहले साल 30,000 रुपये महीना सैलरी मिलेगी. दूसरे साल हर माह 33,000 रुपये, तीसरे साल 36,500 रुपये और चौथे साल 40,000 रुपये मासिक सैलरी मिलेगी. सैलरी में से हर महीने 30 फीसद अमाउंट कटेगा और इतनी ही राशि सरकार देगी. यह एक तरह से रिटायरमेंट फंड होगा. जानकारी दी गयी है कि सैलरी के अलावा रिस्क और हार्डशिप अलाउंस, राशन अलाउंस, ड्रेस और ट्रैवल अलाउंस भी मिलेगा.
नौकरी के क्रम में 4 साल में एक अग्निवीर को कुल 11,72,160 रुपये सैलरी मिलेगी. चार की नौकरी में वेतन और रिटायरमेंट के तौर 23 लाख 43 हजार 160 रुपये मिलेंगे. इस पैसे पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा. इसमें आधा योगदान अग्निवीर का रहेगा, और आधा सरकार देगी.
युवाओं ने शुरुआत में किया योजना का विरोध
जान लें कि अग्निपथ स्कीम का युवाओं ने शुरू में विरोध किया था. देश भर में प्रदर्शन किये गये. युवाओं के गुस्से को ठंडा करने के लिए गृह और रक्षा मंत्रालय ने आरक्षण देने का ऐलान किया. गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए CAPFs (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10% आरक्षण देने का फैसला लिया. इन्हें आयु सीमा में भी 3 से 5 साल की राहत देने का ऐलान किया गया था.