Lohardaga: लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने के उद्देश्य से महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस को लेकर 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक जिला अंतर्गत जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र, विद्यालय, प्रखंड में जिला स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में जिला परिषद कार्यालय स्थित सभागार में कार्यक्रम हुआ. मौके पर कार्यशाला में शिक्षा विभाग, जेएसएलपीएस, डालसा, जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी/कर्मी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष/ सदस्य, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए.
कार्यशाला में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि पीड़िता अगर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करे तो इसकी मदद से कई सारी समस्याओं से बचा जा सकता है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस अभियान से जोड़ना चाहिए. किसी महिला को किसी प्रकार की हिंसा का सामना करना पड़ता है तो हेल्पलाइन की मदद से उसे सहायता मिल सकती है. सोशल मीडिया के माध्यम से इसे प्रचारित किया जाना चाहिए. सभी कार्यक्रमों की डॉक्युमेंटेशन की जानी चाहिए. लोगों के लिए सार्वजनिक जगहों पर हिंसा उन्मूलन के लिए कार्यक्रम करें और उन्हें जोडें. उनका फीडबैक लें. आज के कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत सभी प्रतिभागी दिनांक 2 से 9 दिसंबर तक जिले के सभी प्रखंडों एवं सभी उच्च विद्यालय में जागरूकता सत्र का आयोजन करेंगे. जिसके लिए अलग से दिशा निर्देश जारी किए गये हैं.
इस बीच कार्यशाला में उपस्थित विशेषज्ञ ध्वनि फाउंडेशन की रेशमा कुमारी एवं अधिवक्ता प्रियंवदा कुमारी द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए कुछ विशेष अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी दी गई. यहां पर कार्यस्थल पर पोक्सो एक्ट, बाल विवाह एक्ट, महिलाओं का यौन उत्पीडन रोकथाम, निषेध और निवारण अधिनियम 2013 उद्देश्य- इस अधिनियम का उद्देश्य कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीडन की घटनाओं को रोकना और उनका समाधान करना तथा ऐसे उत्पीडन से संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए एक तंत्र प्रदान करना है. कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, जिला शिक्षा अधीक्षक सुनंदा चंद्र मौलेश्वर, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, सभी महिला पर्यवेक्षिका, जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी, कर्मी, शिक्षा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, सदस्य आदि उपस्थित थे.
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