Jamshedpur (Anand Mishra) : दीपावली व छठ महापर्व की छुट्टी के बाद बुधवार से कोल्हान विश्वविद्यालय और कॉलेज खुल रहे हैं. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में पठन-पाठन आरंभ हो जायेगा. इस क्रम में विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के प्रमोशन की कवायद में जुट जायेगा. विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति नहीं होने की वजह से प्रमोशन की फाइल आगे नहीं बढ़ सकी है. इस महीने के अंत तक स्थायी कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है, तो विश्वविद्यालय की ओर से यह प्रयास किया जायेगा कि राजभवन से अनुमति लेकर फाइल को झारखंड लोक सेवा आयोग के पास भेजा जाये.
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100 से अधिक शिक्षकों को नहीं मिला है प्रमोशन
कोल्हान विश्वविद्यालय में कार्यरत करीब 100 से अधिक शिक्षकों को अब तक प्रमोशन नहीं मिल सका है, जबकि उनकी लगभग 15 वर्ष की सेवा पूरी हो चुकी है. यानी विश्वविद्यालय समेत कॉलेजों में कार्यरत 2008 बैच के सभी शिक्षक हैं, जिन्हें अभी तक प्रोन्नति नहीं मिली है. इस वजह से कई विभागों के हेड भी प्रभार में कार्य कर रहे हैं. हालांकि प्रमोशन को लेकर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है, लेकिन स्थायी कुलपति के नहीं होने की वजह से फाइल विश्वविद्यालय में ही रुकी हुई है, जबकि स्थायी कुलपति रहने की वजह से रांची विश्वविद्यालय, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय की ओर से संबंधित फाइल जेपीएससी भेजी जा चुकी है. इसके अलावा शिक्षकेतर कर्मचारियों का भी प्रमोशन रुका हुआ है. कई ऐसे कर्मचारी हैं, जो तृतीय वर्ग के कर्मचारी का काम करते हैं, लेकिन उन्हें चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का वेतन मिलता है.
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प्रभारी कुलपति से करेंगे आग्रह : कुलसचिव
कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेंद्र भारती ने बताया कि वर्ष 2008 बैच के किसी भी शिक्षक को अभी तक प्रोन्नति नहीं मिली है. कई शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी अभी तक प्रोन्नति नहीं मिली है. ऐसे में यदि इस महीने के अंत तक यदि विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है, तो प्रभारी कुलपति से राजभवन से अनुमति लेकर इस मामले में आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया जायेगा. ताकि शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों को प्रमोशन मिल सके.