Ranchi : जयनगर रांची एक्सप्रेस को राउरकेला से चलाने की खिलाफ विद्यापति स्मारक समिति ने सांसदों से हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी है. समिति ने राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश और संजय सेठ से इस मामले में पहल करने का अनुरोध किया है. 24 फरवरी को राउरकेला में 14 सांसदों की होने वाली बैठक में इस निर्णय का विरोध करने का अनुरोध किया है. राउरकेला में 14 सांसद रेलवे विकास को लेकर बैठक करेंगे.
समिति के अध्यक्ष लेखानंद झा ने कहा कि रेलवे के इस निर्णय के खिलाफ समिति जोरदार आंदोलन करेगी. उन्होंने यह भी बताया कि सांसद संजय सेठ और दीपक प्रकाश ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि ट्रेन के रांची से ही जयनगर तक परिचालन के लिए पूरा प्रयास करेंगे. राउरकेला में सांसदों की बैठक में भी यह बात उठायी जाएगी. समिति ने इन सांसदों को लिखे पत्र में कहा है कि इस ट्रेन को वोट की राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है.
केवल 35 हजार लोगों के लिए राउरकेला से ट्रेन चलाई जा रही है. जबकि रांची में मैथिली भाषियों की संख्या 2.4 लाख है. इतनी बड़ी आबादी की आवाज को दबाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस ट्रेन से न केवल मिथिलांचल बल्कि नेपाल के रहने वाले लोग भी सफर करते हैं. रांची के आसपास जिलों के मिथिलांचल वासी इसी ट्रेन से आवाजाही करते हैं. इसको देखते हुए रांची से ही जयनगर एक्सप्रेस को चलाया जाए.
इसे भी पढ़ें – ED ने की झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड की संपति जब्त, कोल ब्लॉक केस में कार्रवाई
रांची और राउरकेला से तीन-तीन दिन चले
समिति ने सांसदों को एक प्रस्ताव भी भेजा है. इस प्रस्ताव में उन्होंने रांची जयनगर को तीन दिन रांची से और तीन दिन राउरकेला से चलाने का अनुरोध किया है. यदि रेलवे मिथिलांचल वासियों की आवाज को दबाती है तो समिति क्रमिक आंदोलन और प्रदर्शन करने को बाध्य होगी. भविष्य में उग्र प्रदर्शन भी करने की रणनीति बनाई जाएगी.
इसे भी पढ़ें –अंग्रजी में प्रश्न देख भड़के परीक्षार्थी, किया हंगामा, परीक्षा रद्द करने की मांग की