- झामुमो-कांग्रेस सहित कई सामाजिक संगठनों के लोग और नेता हुए शामिल
- छत्तीसगढ़ सरकार पर हमला, कहा- वहां कांग्रेस सरकार होने के बावजूद कट्टरपंथी हैं हावी
Ranchi : झारखंड, छत्तीसगढ़ में चर्च और मसीही समाज के लोगों पर लगातार हमले, मारपीट के खिलाफ रविवार को राजधानी रांची में विशाल विरोध मार्च निकाला गया. 4 किमी तक निकले इस मार्च में भारी संख्या में मसीही समाज के लोग शामिल हुए. मार्च की शुरुआत जीईएल चर्च परिसर से हुआ, जो मेन रोड, कचहरी, रेडियम रोड होते हुए मोरहाबादी मैदान के गांधी वाटिक तक पहुंचा. जहां पर एक सभा का आयोजन हुआ. इसका आयोजन झारखंड क्रिश्यचन यूथ एसोसिएशन ने किया. कार्यक्रम में आर्च बिशप फिलेक्स टोप्पो, महाधर्माध्यक्ष सहायक थियोडर मासकराहनेस, पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की, मांडर विधायक नेहा शिल्पी तिर्की, बिशप सीमांत तिर्की, सिख समुदाय से ज्योति सिंह मथारू, महुआ मांझी, निस्तार मिंज, सुजीत तिग्गा, कुलदीप तिर्की, विकास तिर्की, अलबिन लकड़ा, जेसीवाई के अध्यक्ष अनिल लकड़ा सहित कई लोग शामिल हुए.
देश में कुछ ऐसी ताकतें हैं, जो आपसी भाईचारे को नुकसान पहुंचा रहे हैं : फेलिक्स टोप्पो
सभा को संबोधित करते हुए महाधर्माध्यक्ष बिशप फेलिक्स टोप्पो ने कहा कि हम सभी एक ईश्वर की संतान हैं. सभी को अलग-अलग नाम देते हैं. उसकी पूजा-अर्चना करते हैं. हम एक-दूसरे के भाई हैं. हमारा एक परिवार है. एक परिवार में टूट पड़ जाए. एक दूसरे का आदर सम्मान न हो. एक-दूसरे के स्वतंत्रता का हनन किया जाए तो परिवार टूट जाता है. हमारे देश में ऐसे ही कुछ ताकतें हैं, जो हमारे भाईचारे को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हमारे संविधान को कुरेद रहे हैं. संविधान हमें स्वतंत्रता देती है. हम सबको न्याय देता है. भाईचारे के साथ जीने का अधिकार देता है, जो भाईचारे, एकता, समन्वय को तोड़ना चाहते हैं. जो लोग भाईचारे को नहीं समझते है, वो अपने ह्रदय को टोटलें. अपने विचारों पर पुनर्विचार करें. एकता में ही शक्ति है. हम एक रहेंगे, तभी विकास कर पायेंगे. एक नहीं रहे तो हम टूट जायेंगे.
हमारी सरकार सभी धर्म का सम्मान करती है, नफरत का स्थान नहीं : महुआ माजी
झामुमो नेत्री और सांसद महुआ माजी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं. आज भी अगर ऐसा होगा तो उचित नहीं है. इसाई मिशनरियां शिक्षा एवं सेवा के क्षेत्र में जो काम किया है और कर रहे हैं. उसकी तुलना नहीं की जा सकती है. इसाई मिशनरियां वैसे सुदूर क्षेत्रों में जाकर स्कूल खोलते हैं, शिक्षा का अलख जगाते हैं, जहां पर सरकार तक नहीं पहुंच पाती है. इसलिए ऐसे लोगों के प्रति नफरत और इनपर हमला गलत है. जहां-जहां पर गैर भाजपाई सरकार है, वहां पर इस प्रकार के प्रयास लगातार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं, मगर हमारी यहां की सरकार और उसके मुखिया हेमंत सोरेन सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. झारखंड में नफरत की राजनीति नहीं चलेगी. हमारी सरकार सभी धर्म को संरक्षण देगी. भाजपा एवं आरएसएस से जुड़ी संगठनें लागातार सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही है. मगर झारखंड में ऐसा होने नहीं दिया जाएगा.
हम अहिंसा के पुजारी, मगर कोई हमें कमजोर न समझें : बंधु तिर्की
पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि देश में विंध्वसकारी ताकतें हैं. देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. हम अहिंसा की पुजारी है. प्रेम की शिक्षा बांटते हैं. नफरत से देश नहीं चलेगा. झारखंड प्रदेश को एक उन्नत प्रदेश बनाने के लिए सभी समुदायों को जिम्मेदार बनना होगा, अच्छी शिक्षा देकर आगे बढ़ना होगा. कुछ लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं. आपस में लड़ाने का काम करते हैं. वैसे लोगों को आगाह करते हैं कि हमें कमजोर न समझें. हमारे पास ईश्वरी विध्वंस शक्ति प्रेम है. ऐसी ताकतों के साथ एकजुट होकर लड़ेंगे, हम आगे बढ़ेंगे. इस प्रदेश के विकास के लिए प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए लड़ेंगे. कोई आड़े आया तो कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
आदिवासी अब बुड़बक नहीं, जाग गए हैं : विधायक
मांडर विधायक नेहा शिल्पी तिर्की ने कहा कि गरीब को सेवा देने वाले को धर्मांतरण कह कर संबोधित किया जाता है. आदिवासी को बुडबक समझते हैं. आदिवासी जाग गयी है. हमारे झारखंड में नफरत फैलायी जा रही. राजनीतिक लाभ लेने के आदिवासी समाज को तोड़ने में लगी है. इससे बचने की जरूरत है. जिस दिन यह बात समझ आ गयी उस दिन समाज में बरकत आ जाएगी.
कांग्रेस शासन में हो रहे हमले, कट्टरपंथी संगठनों पर कारवाई हो : प्रभाकर तिर्की
राष्ट्रीय इसाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार इसाई समुदाय के धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ हो रहे हैं. यह घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है. क्योंकि वहां कांग्रेस की अपनी सरकार है. जिसे हम अपनी सरकार समझते हैं. राज्य सरकार को इन घटनाओं पर संज्ञान लेकर अविलंब रोक लगाने और इन घटनाओं में लिप्त दोषी लोगों पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. छत्तीसगढ़ में हो रही हिंसा आरएसएस और कट्टरवादी हिंदू संगठनों के द्वारा प्रायोजित है. आदिवासी समुदाय को कमजोर करने की साजिश है. इन घटनाओं को लेकर जल्द ही राष्ट्रीय इसाई महासंघ और कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मिलकर हिंसक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग करेगा.
कांग्रेस की सरकार भाजपा के उन्मादी एजेंडे को लागू कर रही है : रतन तिर्की
टीएसी के पूर्व सदस्य रतन तिर्की ने छत्तीसगढ़ के चर्च में हुए हमले, धार्मिक प्रतिमाओं को तोड़े जाने और मारपीट की घटना को आरएसएस प्रायोजित बताया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पूर्व भाजपा सरकार भी धार्मिक स्थलों पर उन्माद फैलाकर आदिवासियों को लड़ाने का काम करती थी. आज छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार भी भाजपा के उसी उन्मादी एजेंडे को लागू कर रही है. यह कोई नई घटना नहीं है. गिरजाघरों में हमले आज पूरे देश में जहां-जहां भाजपा की सरकार है करा रही है. रतन तिर्की ने छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र सरकार को संविधान विरोधी बताते हुए कहा है कि दोनों संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को कुचल रही है.
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