NewDelhi : आज रविवार सुबह आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी51 को लॉन्च किया गया. बता दें कि PSLV-C51 ने अमेजोनिया-1 और दूसरे 18 सैटेलाइट को लेकर अंतरिक्ष में उड़ान भरी है. इनमें 13 सैटेलाइट अमेरिका के हैं. यह इसरो का 2021 में पहला लॉन्च है.
इस लॉन्च की खास बात यह है कि इसके साथ भगवदगीता भी अंतरिक्ष में भेजी गयी है. इसरो ने अपने बयान में कहा है कि पीएसएलवी-सी51, पीएसएलवी का 53वां मिशन है. इस रॉकेट के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में भेजे गये हैं.
जिन उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया उनमें चेन्नै की स्पेस किड्ज़ इंडिया (SKI) का सतीश धवन SAT (SD SAT) शामिल है. इसके शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गयी है. SKI ने भगवदगीता को SD कार्ड में भेजा है.
In this mission, India and ISRO, feel extremely proud to launch the first satellite designed, integrated by Brazil. The satellite is in very good health. I congratulate the Brazilian team: ISRO Chief K Sivan pic.twitter.com/QKSu3TJ1dL
— ANI (@ANI) February 28, 2021
Congratulations to NSIL and @isro on the success of the 1st dedicated commercial launch of PSLV-C51/Amazonia-1 Mission. This ushers in a new era of Space reforms in the country. 18 co-passengers included four small satellites that showcase dynamism and innovation of our youth. pic.twitter.com/BbWYGLsyvo
— Narendra Modi (@narendramodi) February 28, 2021
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अमेजोनिया-1 को सफलतापूर्वक उसकी कक्षा में प्रक्षेपित कर दिया गया
इसरो के अनुसार इस रॉकेट को चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया है. इसे 28 फरवरी को सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर लॉन्च किया गया. इसकी उल्टी गिनती शनिवार सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गयी थी. अमेजोनिया-1 को सफलतापूर्वक उसकी कक्षा में प्रक्षेपित कर दिया गया है.
जान लें कि पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) सी51/अमेजोनिया-1 इसरो की वाणिज्य इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) का पहला समर्पित वाणिज्यिक मिशन है. अमेजोनिया-1 चार साल तक डाटा भेजता रहेगा. इस उपग्रह की लॉन्चिंग के लिए ब्राजील से वैज्ञानिकों का एक दल भारत आया था.
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अमेजोनिया-1 को पूरी तरह से ब्राजील के वैज्ञानिकों ने बनाया है
इसरो अध्यक्ष के सिवन ने कहा कि ये भारत और ब्राजील दोनों के लिए गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि अमेजोनिया-1 को पूरी तरह से ब्राजील के वैज्ञानिकों ने बनाया और विकसित किया था. इसरो के विज्ञान मंत्री इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि यह बेहद गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि इस लॉन्चिंग के लिए भारत से और कोई अच्छी जगह नहीं हो सकती थी.
अमेजोनिया-1 के बारे में बयान में बताया गया है कि यह उपग्रह अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के लिए विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया करायेगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनायेगा
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