New Delhi : कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसान शनिवार को देशव्यापी ‘चक्का जाम’ कर रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का ऐलान किया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस चक्का जाम को अपना समर्थन दिया है. राहुल ने अपने ट्वीट में कहा है कि किसानों का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है. कांग्रेस नेता ने कृषि कानून को न केवल किसान औऱ मजदूरों के लिए घातक बताया बल्कि इसे देश की जनता के लिए भी घातक करार दिया.
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दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जाम से मुक्त
इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि वे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं करेंगे. लेकिन यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसान स्टैंड बाई पर रखे जायेंगे. उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान सड़कों पर जाम नहीं लगायेंगे. आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया है. फिलहाल वह अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें.” किसान संगठनों ने घोषणा की है कि ‘चक्का जाम’ पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा. प्रदर्शनकारियों को कहा गया है कि वे सरकारी अधिकारियों या नागरिकों से किसी भी तरह से न उलझें.
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बॉर्डर पर चाक चौबंद सुरक्षा इंतजाम
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये हैं, जिससे शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में न घुस पायें. किसानों के ‘चक्का जाम’ से पहले ही दिल्ली की सभी सीमाओं पर सुरक्षा के बेहद कड़ी इंतजाम किये गये हैं. सुरक्षा चाक-चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त सुरक्षा बवलों की तैनाती की गयी है. साथ ही कई स्तरों के अवरोधक, कंटीले तार और सड़कों पर नुकीली कीलें लगायी गयी हैं. दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था में बाधा डालने वाली किसी भी स्थिति से निबटने के उद्देश्य से पूरे बाहरी-उत्तरी दिल्ली जिले में पर्याप्त बल तैनात किया है. दिल्ली को छह सेक्टरों में बांट कर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गयी है.
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