Ranchi : ट्रेन से अकेली सफर करनेवाली महिलाओं को रेल मंडल पुलिस मदद करेगी. स्टेशनों में रात के दौरान अकेली महिला यात्रियों को प्लेटफार्म से बाहर जाने के लिए रेल मंडल टैक्सी-ऑटो बुकिंग कराने में सहयोग करेगी. यह सुविधा रात के 10 बजे से लेकर सुबह छह बजे तक होगी. यह बात आरपीएफ के आईजी डीबी कसार ने स्टेशन रोड स्थित रेलवे गेस्ट हाउस के सभागार में कहीं. वह रेल मंडल में कार्यरत मेरी सहेली ऑपरेशन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उनके साथ वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त प्रशांत यादव भी मौजूद थे.
आरपीएफ के आईजी डीबी कसार ने कहा कि महिला और यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्टेशन में प्रवेश और निकासी के लिए निश्चित मार्ग बनाए जाएंगे. इससे स्टेशनों में प्रवेश करने वाले अवांछित तत्वों के प्रवेश पर रोक लगेगी. इसके लिए स्टेशनों में बैरिकेटिंग और दिशा-निर्देशक लगाए जाएंगे.
मेरी सहेली टीम को बनाया जायेगा मजबूत
आरपीएफ के आईजी डीबी कसार ने कहा कि ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की गठित मेरी सहेली की टीम को और मजबूत बनाया जाएगा. एक सप्ताह के दौरान रांची मंडल में आरपीएफ की और 40 महिला कांस्टेबल को इसमे जोड़ा जायेगा. मौजूदा समय में इसमें आरपीएफ की 34 महिला कर्मी है. टीम में महिला कर्मियों को बढ़ाने से उसकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. टीम में 40 महिला कर्मियों को और लगाया जाएगा.
परेशानी होने पर महिला यात्री ट्रोल फ्री नंबर 182 करें कॉल
उन्होंने कहा कि रांची समेत दक्षिण पूर्व रेलवे के रेल मंडलों में आपरेशन मेरी सहेली चलाया जा रहा है. इस जोन से होकर आवाजाही करने वाली सभी ट्रेनों में शुरू से लेकर अंत तक महिलाओं को सुरक्षा दी जा रही है. सफर के दौरान किसी भी परेशानी होने पर महिलाएं रेलवे की सहायता नंबर 182 पर कॉल कर सकते है.
स्पेशल ट्रेनों में एसकॉट की व्यवस्थाःआईजी
आरपीएफ के आईजी ने कहा कि रांची से चल रही सभी स्पेशल ट्रेनों में एसकॉट की व्यवस्था है. रांची पटना, रांची दिल्ली और रांची राउरकेला रूट पर चलनेवाली सभी ट्रेनों में यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसलिए यह निरीक्षण जरूरी था. इसके साथ ही आरपीएफ बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकने का अभियान चला रहा है. ऐसे अभियानों से स्टेशन और चलती ट्रेनों में होनेवाले अपराधों में कमी आएगी.
उन्होंने कहा कि पूरे दपू रेलवे जोन में ऑपरेशन मेरी सहेली से महिलाओं को सुरक्षा मिल रही है. पिछले दिनों बेंगलुरू जानेवाली ट्रेन में सामने की सीट पर बैठा एक व्यक्ति के फोटो खीचनें की शिकायत मिलने पर टीम ने महिला की अंतिम स्टेशन पर उतरने तक मदद की.