Ranchi: संसद भवन में घटी घटना के बाद झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र सुरक्षा व्यवस्था कड़ी और चाक चौबंद होगी. गुरुवार को राज्य के आला अफसरों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में स्पीकर रविंद्रनाथ महतो ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश विधानसभा में नहीं हो ये सुनिश्चित किया जाये. साथ ही बिना जांच के किसी को प्रवेश नहीं मिले. स्पीकर ने स्पष्ट कहा है कि देश के उच्च सदन में हुई घटना बेहद गंभीर है और इससे तमाम सदनों को सबक लेने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि दर्शक दीर्घा में प्रवेश सोच समझ कर दिए जाएंगे. जब तक अति आवश्यक नहीं है तब तक संबंधित व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी. अगर उसके लिए पास निर्गत कराया जाता है तो इसके लिए संबंधित विधायक को जवाबदेही सुनिश्चित करनी होगी. वहीं उन्होंने बताया कि दर्शक दीर्घा पर कांच के पहरे से संबंधित निर्देश भवन निर्माण विभाग को दिया जा चुका है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी संसद में हुई घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ये बहुत ही गंभीर विषय है. विधानसभा की शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है तो सुरक्षा के हर बिंदु पर विधानसभा स्पीकर नजर बनाये हुए हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने भी कहा कि विधानसभा में ऐसी कोई चूक ना हो इसके लिए सतर्क रहना होगा. उच्चस्तरीय बैठक के बाद डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि हर बार सत्र के दौरान सुरक्षा की व्यवस्था तो रहती है लेकिन संसद की घटना के बाद इस बार और कड़ी सुरक्षा होगी. इसके लिए एक हजार जवानों की तैनाती की गयी है. इसकी निगरानी 5 आईपीएस और 12 डीएसपी करेंगे. अनधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर और भी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी.
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बैठक में संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम, विधानसभा के प्रभारी सचिव जावेद हैदर, मुख्य सचिव एल ख्यांग्ते, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, कैबिनेट सचिव वंदना दादेल समेत की अधिकारी मौजूद रहे.