Ranchi: राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स में 5 बच्चियों के एक साथ जन्म लेने के मामले ने लोगों को कौतूहल में डाल दिया था. हालांकि समय से पूर्व जन्म लेने वाली इन बच्चियों में से 4 की मौत हो गई. एक बच्ची जीवित है. जिसका इलाज रिम्स में किया जा रहा था. लेकिन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा एकमात्र जीवित बच्ची के पिता ने उसे रानी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया.
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बच्ची को काट रही थी चींटी, पूछने पर डॉक्टर-नर्सों ने फटकारा
बच्ची के पिता प्रकाश कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया कि रिम्स के नियोनेटोलॉजी विभाग के आईसीयू में उनकी बच्ची के पूरे शरीर पर चींटी लगी हुई थी. बुधवार की रात को जब बच्ची की मां उसे दूध पिलाने गई तो देखा की बच्ची जोर जोर से रो रही है, और उसके पूरे शरीर पर चींटी है, और उसे काट रही है. उसके बाद उन्होंने नर्सों और मौजूद डॉक्टरों से पूछा कि आपके रहते हुए मेरे बच्चे पर चींटी कैसे लग गई तो उन्होंने मां को ही डांट दिया और एक रूई का टुकड़ा देकर बच्ची को साफ कर देने को कहा. उन्होंने बताया कि इस स्थिति को देखने के बाद वे अपनी बच्ची को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले आए हैं. साथ ही यह भी आरोप लगाया कि रिम्स में देखभाल में लापरवाही के कारण ही उनकी अन्य चार बच्चियों की मौत हो गई.
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नर्स बोली की खाना बंद करा देंगे, रोज एक हजार का दवाई लिखवाएंगे
बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि नर्सों का भी बर्ताव बहुत खराब रहा है. उन्होंने बताया कि मलहम रहने के बाद भी जब एक दिन नर्स ने दूसरा मलहम लाने को कहा. जब हमने बताया कि हमारे पास तो है, क्यों लाएं. इसपर नर्स का कहना था कि जितना कह रहे हैं उतना करिए, नहीं तो रोज एक हजार का दवा लिखवाएंगे. साथ ही नर्सें बार-बार बदतमीजी भी करती हैं. यह भी कहती थीं कि तुम्हारा खाना-पीना बंद करा देंगे.