Ranchi: पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया. राजधानी रांची में भी बैन अपना प्रभाव दिखा रहा है. इस मामले में राजधानीवासी सजग नजर आ रहे हैं. नॉन वेज भी सखुआ के पत्ते पर ग्राहक ले जाते हुए दिख रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि हम अपने साथ झोले लेकर आते हैं और सामान ले जाते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि प्लास्टिक बनाने वाली फैक्ट्री बंद हो. प्लास्टिक बनना बंद होगा तो नीचे तक इसका असर देखने को मिलेगा. ऐसा कई बार देखा गया है कि कुछ दिनों तक इसका पालन होता है फिर पुरान ढर्रे पर सबकुछ चलता रहता है.
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प्लास्टिक बैन से पत्ता विक्रेताओं को फायदा
वहीं पत्ता बेचने वाली रुदन देवी का कहना है कि वो हुंडरू फॉल से पत्ते लाती हैं. पहले यह पत्ता बेकार में चला जाता था, अब इसकी मांग बढ़ी है. अब हजार रुपए प्रत्येक दिन कमा रहे हैं, जबकि पहले 200 से 300 रूपये कमा पाते थे. पत्ता बर्बाद भी हो जाता था, बिकता भी नहीं था. प्लास्टिक बैन होने से इसकी मांग काफी बढ़ गई है.
अब थैला भी खूब बिक रहा
वहीं थैला दुकानदार मोहम्मद नाजिश ने बताया कि पहले भी झोला बिकता था लेकिन जरूरत के मुताबिक. अब प्लास्टिक बंद होने से ₹10 से लेकर 20, 30, 40 रुपए के झोले ज्यादा बिक रहे हैं. वहीं अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन है. रांची नगर निगम की ओर से 1 हफ्ते का समय दिया गया है लोगों को जागरूक होने के लिए. नगर निगम की टीम बार-बार दुकानदारों और जनता से अपील कर रही हैं कि अगर किसी के पास भी प्लास्टिक बचे हैं तो वह नगर निगम की टीम को दे दें नहीं तो नगर निगम कठोर से कठोर कार्रवाई करेगी. छापेमारी कर आर्थिक दंड लगाया जायेगा.
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ज्यादा से ज्यादा पत्ते बनाने की अपील
वहीं पत्ता बेचने वाले लोगों से अपील की गई है कि ज्यादा से ज्यादा पत्ते बनायें. पत्ता बनाने के लिए रांची नगर निगम की ओर से जगह दी जाएगी. इससे सखुआ पत्ता बेचने वाले दुकानदारों को आसानी होगी. लोग प्लास्टिक छोड़कर पत्ते की ओर मुडेंगे.
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