Ranchi: झालसा के निर्देश पर न्यायायुक्त सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के मार्गदर्शन में 90 दिवसीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान का शुभारम्भ 15 दिसंबर से हुई है. अभियान 90 दिनों तक चलेगा. इसी कड़ी में शुक्रवार को नगड़ी प्रखंड के देवड़ी पंचायत भवन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर पीएलवी रिना देवी, उमेश कुमार, रिता महली आदि मौजूद थे. उमेश कुमार ने बाल-विवाह, दहेज प्रथा, डायन बिसाही, कन्या भ्रूण हत्या आदि के संबंध में न्याय प्राप्त करने के बारे में विस्तार से बताया. नालसा 10 स्कीम के बारे में जानकारी दी तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची से विधिक सेवा प्राप्त करने के विषय में जानकारी दिये.
न्याय पाने का सबसे सुलभ माध्यम लोक अदालत
पीएलवी रिता महली ने कहा कि महिला को डायन कहना और उसे प्रताड़ित करना कानूनन अपराध है. इसमें सजा का भी प्रावधान है, प्रायः गांवों में सुनने-देखने को मिलता हैं कि महिलाओं को डायन कह कर उनकी हत्या कर दी जाती है, जो कि गलत है. उन्होंने विशेष लोक अदालत और विशेष मध्यस्थता अभियान तथा राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी दी, कहा कि न्याय पाने का सबसे सुलभ माध्यम लोक अदालत हैं.
आदिवासियों के अधिकार और मानवता की दी गई जानकारी
रिना देवी ने आदिवासियों के अधिकार, मानवता, कर्तव्य, तृप्ति, समाजिक सुरक्षा आदि विषयों पर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आप अपने अधिकारों को जाने और उसका लाभ प्राप्त करें, उन्होंने कहा कि मजदूरों को निबंधन कराना आवश्यक है. मालूम हो कि डालसा के पीएलवी ने आगामी 22 फरवरी को आयोजित होनेवाले विशेष लोक अदालत की भी जानकारी दी. अंत में लोगों के बीच पम्पलेट तथा लिफलेट बांटे गये.
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