Ranchi: रिम्स में भर्ती मरीजों को खाना अस्पातल प्रबंधन द्वारा दिया जाता है. प्रबंधन ने मरीजों की बीमारी के हिसाब से डायट तैयार करने का जिम्मा डायटिशियन को सौंप रखा है. चिकित्सक की सलाह के बाद डायटिशियन जो डायट लिखेगी मरीजों को वही मिलेगा. लेकिन इसमें भी कई दिनों से मरीज परेशान हैं.
दरअसल डायटिशियन के ऑफिस में ताला लटका है. इससे मरीज परेशान हैं. डायटिशियन पिछले कुछ दिनों से छुट्टी में थीं. ऑफिस ज्वाइन करने के बाद भी कार्यअवधि में अपने कार्यालय में नही दिखती हैं. ऐसा अस्पताल के मरीजों का कहना है. जब डायटिशियन ही नही रहेगी तो डायट कौन तैयार करेगा. जब डायट चार्ट ही नही बनेगा तो मरीजों को भोजन कैसे मिलेगा.
ज्ञानदीप के भर्ती हुए हो गये तीन दिन, नहीं बना डायट चार्ट
सोमवार को खुद एक मरीज डायट के लिए डायटिशियन मीनाक्षी कुमारी के ऑफिस पहुंचा. लेकिन उनसे मुलाकात नही हो सकी. बता दें कि 40 वर्षीय मरीज ज्ञानदीप सिंह मोरहाबादी के रहने वाले हैं. 5 फरवरी को सर्जरी विभाग में डा. आरएस शर्मा के यूनिट में भर्ती हुए हैं. उनके पेशाब के रास्ते की सर्जरी होनी है. ऐसे में चिकित्सक ने डायटिशियन से मिलकर डायट लिखवाने को कहा था.
जब वह किचन स्थित ऑफिस पहुंचा तो वहां ताला लटका हुआ था. पिछले दो दिन से अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के कारण उन्हें खाना नही मिला है. खुद भर्ती होने के बावजूद ज्ञादीप को भोजन के लिए अस्पताल में चक्कर लगाना पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ें-मोदी के भाषण के बाद किसान यूनियनों ने कहा- अगले दौर की वार्ता के लिए तारीख तय करे सरकार
बच्ची को किचन से दुध नही मिलने के मामले में भी लापरवाही की बात सामने आ रही है. इधर रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती एक दो साल की बच्ची को अस्पताल प्रबंधन डायट उपलब्ध कराने में असमर्थ था. चार दिन बाद भी दुध नही मिलने पर उसके परिजन बच्ची को अस्पताल से घर लेकर चले गए. इस मामले में भी डायटिशियन की लापरवाही की बात सामले आ रही है.
देखें वीडियो-
किचन के मैनेजर के अनुसार बच्ची को पाचन की समस्या थी. डायटिशियन द्वारा उसे फार्मूला 100 पाउडर देने की सलाह दी गई थी. जबकि वह किसी भी दुकान में नही मिला. इसकी सुचना उन्होंने डायटिशियन को भी दी थी. बताते चलें कि अगर डायटिशियन को पहले ही दिन फार्मूला 100 नही मिलने की जानकारी दी गई थी तो उन्होंने डायट क्यों नही बदली. अगर उनके द्वारा बताई गई डायट बाजार में नही मिली तो अस्पताल प्रबंधन ने उसका वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नही की. ऐसे कई सवाल हैं, जिसका जवाब नहीं मिल पा रहा है.
इसे भी पढ़ें-रांचीः रिम्स के सुरक्षाकर्मियों को दो महीने से नहीं मिल रहा वेतन
डाउनलोड करें “लगातार” एप, एक क्लिक पर पाएं ताजातरीन खबरें- https://play.google.com/store/apps/details?id=in.lagatar.com.news