Ranchi: श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग अंतर्गत रांची विश्वविद्यालय का नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र पिछले 20 वर्षों से एक भी विद्यार्थी को नौकरी नहीं दिला सका है. रांची विश्वविद्यालय नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र के अंतर्गत रांची विश्वविद्यालय के एमए, बीएड में पढ़ने वाले विद्यार्थी अच्छी नौकरी पाने के लिए सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र में अपना पंजीयन कर आते हैं. पंजीयन कराने वाले विद्यार्थी इस उम्मीद से पंजीयन कर आते हैं ताकि उन्हें अच्छी नौकरी राज्य में मिल सके। लेकिन रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र नौकरी तो दूर की बात पंजीयन करा पाने में भी विफल साबित हो रहा है.
केंद्र द्वारा पिछले एक वर्ष में मात्र 52 पंजीयन कराए गए हैं. विभाग के कलर तपेश्वर रजक ने बताया कि पंजीयन ऑनलाइन हो जाने के कारण विद्यार्थी केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र के प्रचार प्रसार में भी रांची विश्वविद्यालय अपनी रुचि नहीं दिखाता है, जिसके कारण विद्यार्थियों को इस केंद्र की जानकारी तक नहीं है. वहीं कुल अब तक नियोजन सूचना एवं आकर्षण केंद्र में 374 छात्र और 298 छात्राएं पंजीकृत हैं. यह वैसे छात्र हैं जिन्हें नौकरी की बेहद आवश्यकता है. तपेश्वर रजक ने बताया कि वर्ष 2021 के जनवरी में 9 फरवरी में 7 मार्च में 7 अप्रैल में 2 मई में 0 जून में 2 जुलाई में 3 अगस्त में 1 सितंबर में 7 अक्टूबर में 5 नवंबर में 4 दिसंबर में 2 पंजीयन हुए हैं.
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जबकि 2022 में अब तक मात्र 3 पंजीयन हुए हैं. तपेश्वर रजक ने बताया कि नियोजन केंद्र की स्थिति काफी खराब है. पूरे केंद्र में गंदगी का अंबार पसरा हुआ है. वहीं अधिकारी से लेकर क्लर्क, चौकीदार सभी अतिरिक्त प्रभार में चल रहे हैं. पिछले 3 वर्षों से चौकीदार झाड़ू कक्ष के पद खाली है.
10 मिनट में बनता है नियोजन कार्ड, लेकिन नहीं मिलती नौकरी
रांची विश्वविद्यालय नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र के कलर्क तपेश्वर रजक ने बताया कि नियोजन के लिए 10 मिनट में विद्यार्थियों का कार्ड बनकर तैयार हो जाता है. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यह है कि विभाग नौकरी दिला पाने में पूरी तरह से विफल है. कार्ड के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत रांची विश्वविद्यालय के नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र कार्य करता है. नियोजन केंद्र की स्थापना रांची विश्वविद्यालय की स्थापना 12 जुलाई 1960 को एक साथ हुई थी. शुरुआती दौर में केंद्र की मदद से कई विद्यार्थियों को नौकरियां दी गई थी, लेकिन पिछले 20 वर्षों से नियोजन केंद्र के माध्यम से एक भी नौकरियां नहीं दी जा सकी है.
20 वर्षों से नहीं मिली नौकरी के लिए एक भी कंपनी का प्रोपोजल
नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र के तपेश्वर रजक ने बताया कि पहले कई कंपनियां रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत नियोजन केंद्र में आकर अच्छे हुनरमंद पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी में आने के लिए आमंत्रित करती थी. लेकिन फिलहाल पिछले 20 वर्षों से कंपनियों की रूचि नियोजन केंद्र के प्रति नहीं है. वही रांची विश्वविद्यालय और नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाता है. जिसके कारण नियोजन केंद्र से अब सिर्फ पंजीयन का कार्य हो रहा है. बाकी अन्य सभी कार्य लगभग बंद हो चुके हैं.
क्या कहते हैं रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू
रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय नियोजन सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र में एमए और बी एड की पढ़ाई पूरी कर चुके विद्यार्थी अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं. रांची विश्वविद्यालय इस केंद्र को दुरुस्त करने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएगा. जल्द नियोजन केंद्र अंतर्गत रोजगार मेला लगाए जाएंगे. जिससे दोबारा रांची विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अच्छी नौकरी में मौका मिल सकेगा.