सौरभ शुक्ला
Ranchi: कोविड-19 को लेकर राहत भरी खबर है. कोविड वैक्सीन आने की संभावना को लेकर सदर अस्पताल रांची में स्वास्थ्यकर्मी उसके रखरखाव की तैयारी में जुट गये हैं. अधिकारी सदर अस्पताल में वैक्सीन के भंडारण और वितरण के साथ ही अन्य प्रबंधों को लेकर मंथन कर रहे हैं. इसके स्टोरेज से लेकर वितरण तक का चेन तैयार किया जा रहा है. साथ ही चरणबद्ध तरीके से किसे वैक्सीन दिया जाएगा, इसकी सूची तैयार की जा रही है.
वॉक इन फ्रीजर से होगा ट्रांसपोर्टेशन का काम
रांची सिविल सर्जन डॉ. विजय बिहारी प्रसाद ने लगातर.इन से बताया कि रांची सदर अस्पताल में कोल्ड चेन की व्यवस्था ठीक है. जो भी खामियां है उसे वक्त रहते ठीक कर लिया जायेगा. वैक्सीन आते ही उसे स्टेट हेड क्वार्टर में रखा जाएगा. वॉक इन फ्रीजर और वॉक इन कूलर के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन करके वैक्सीन को जिला स्तर पर भेजा जायेगा. जिला स्तर पर कोल्ड चेन पॉइंट बनाया गया है, वहां से गंतव्य स्थान के लिए वैक्सीन को भेजा जायेगा. डॉ प्रसाद ने कहा कि हर एक जगह ड्राई स्पेस एरिया बनाया जायेगा. जहां सिरिंज, हब कटर के अलावा अन्य आवश्यक सामानों को रखा जायेगा.
इसे भी पढ़ें- कांग्रेस के 3 प्रवक्ताओं ने किया प्रदेश अध्यक्ष के आदेश का उल्लंघन, मनाही के बावजूद मनाया सोनिया गांधी का जन्मदिन
कोल्ड चेन को दुरूस्त करने पर चल रहा काम
जानकारों के अनुसार वॉक इन फ्रीजर में -25 डिग्री तापमान तक पर वैक्सीन को रखा जा सकेगा, जबकि वॉक इन कूलर में दो से आठ डिग्री तापमान पर वैक्सीन को रखने की सुविधा होती है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के अनुसार राज्य में कोल्ड चेन को दुरूस्त किया जा रहा है. कुछ नये कोल्ड स्टोरेज के लिये भी जगह तलाश की जा रही है. साथ ही कोल्ड चेन को दुरुस्त किया जा रहा है और वॉक इन फ्रीजर की संख्या भी बढ़ाने की योजना है.
स्थानीय स्तर पर तैयारी शुरू, की जा रही है लिस्टिंग
स्थानीय स्तर पर कोराना वैक्सीन देने के लिए लिस्टिंग की जा रही है. झारखंड में तीन चरण में वैक्सीन देने की उम्मीद है. पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण होगा. दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स (नगर निगम के कर्मी, राजस्व कर्मी, पुलिस और पारा मिलिट्री के जवान) शामिल होंगे. तीसरे चरण में आम लोगों का टीकाकरण होगा. इसमें बूढ़े-बुजूर्ग व गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को प्राथमिकता दी जायेगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके लिए सूची बनाने का निर्देश दिया गया है, जिस पर काम चल रहा है.
इसे भी पढ़ें- हैवानियत की हद – दुमका में पांच बच्चों की मां के साथ 17 दरिंदों ने किया दुष्कर्म
सभी को टीका देने में लग सकता है तीन से छह महीना
राज्य में मीजिल्स या पोलियो के टिकाकरण अभियान पर नजर डाली जाए, तो टीका देने की क्षमता का आकलन किया जा सकता है. पूर्व के टीकाकरण अभियान की क्षमता को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि सभी को टीका देने में कम से कम छह महीने का समय लगेगा. क्योंकि मीजिल्स के टीकाकरण का आंकड़ा बतता है कि 90 दिन में एक करोड़ बच्चों को दिया गया था. अगर दोगुनी क्षमता से भी काम होगा, तो कोराना टीका सभी को देने में कम से कम तीन से छह महीने का समय लगेगा.
झारखंड की स्थिति
-3.25 करोड़ झारखंड की आबादी
-एक स्टेट वैक्सीन स्टोर
-दो रीजनल वैक्सीन स्टोर
-24 जिले में वैक्सीन स्टोर
-247 उप-जिला कोल्ड चेन
-1 लाख हेल्थ वर्कर
-1.5 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स
-1 लाख बूढ़े-बुजूर्ग व गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग
इसे भी पढ़ें- हाइकोर्ट भवन निर्माण मामला: CS ने हाईकोर्ट को बतायी योजना, HC संतुष्ट
इसे भी देखें-