LagatarDesk : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट (NEET) UG 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है. जिसमें राजस्थान की तनिष्का ने पहला स्थान लायी है. वहीं झारखंड के छात्रों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. रांची के भी कई छात्र इस परीक्षा में पास हुए हैं. जबकि कई छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के अच्छे अंक लाये हैं. इनमें से एक डोरंडा के रहने वाले आयुष रॉय हैं. जिन्होंने 12,253 रैंक हासिल किया है. आयुष ने सेल्फ स्टडीज करके 720 में से 621 अंक प्राप्त किया.
तीसरे अटेम्प्ट में आयुष ने क्लियर की नीट की परीक्षा
लगातार डॉट इन से बात करते हुए आयुष ने बताया कि उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है. आयुष ने बताया कि पिता की तबियत खराब होने के कारण वो कही ट्यूशन नहीं ले पाये. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया. आयुष ने बताया कि इससे पहले दो बार एग्जाम दिया है. लेकिन उसमें सफलता नहीं मिल पायी थी. फर्स्ट अटेम्प्ट में 554 अंक मिले थे. जबकि दूसरे में 556 अंक हासिल किया था. फिर में उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत करते रहे. आयुष रॉय ने तीसरे अटेम्प्ट में 621 अंक लाकर नीट क्लियर कर लिया. आयुष ने बताया कि वो रांची के रिम्स, देवघर एम्स या गोरखपुर में पढ़ाई करना चाहते हैं. लेकिन उनकी पहली प्राथमिकता रांची रिम्स है. आयुष ने 10वीं तक की पढ़ाई संत जेवियर स्कूल, रांची से की है. 10वीं में उन्होंने 85 फीसदी अंक लाये. वहीं 12वीं की पढ़ाई कोटा से कर उन्होंने 89 फीसदी अंक हासिल किये थे.
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ऑनलाइन टेस्ट सीरीज और सेल्फ स्टडीज से मिली सफलता
आयुष रॉय ने अपनी सफलता का राज सेल्फ स्टडीज को बताया है. उन्होंने बताया कि वो 8 से 9 घंटे पढ़ाई करते थे और ऑनलाइन टेस्ट सीरीज लेकर सफलता हासिल की. आयुष ने बताया कि समय के साथ-साथ वो अपनी स्ट्रेटजी रहे. ऑनलाइन टेस्ट सीरीज में जिस सब्जेक्ट में कम मार्क्स आते थे, उसपर वो ज्यादा मेहनत करते थे. आयुष कहते हैं कि वो एक सफल डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करेंगे.
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बेटे की सफलता है काफी खुश है आयुष की मां
आयुष की मां ने कहा कि बेटे की सफलता से काफी खुशी हो रही है. आयुष घर का बड़ा बेटा है. पिता की तबियत खराब होने के बावजूद वो पढ़ाई पर पूरा ध्यान देता है. उसके पिता पकंज कुमार रॉय एक बिजनेस मैन है. उनका टूर एंड ट्रावल का बिजनेस है. आयुष का एक छोटा भाई है. जिसे पढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं.
फैमिली में मेंटल स्ट्रेस होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी
आयुष रॉय ने बताया कि उनके पापा की तबियत 2019 से ही खराब है. उनके पिता की किडनी खराब हो गयी है. जिसकी वजह से फैमिली में मेंटल स्ट्रेस काफी ज्यादा है. ऐसे कंडिशन में भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे. आज उन्हें सफलता मिल गयी.
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