Ranchi : रांची जिला स्कूल के छात्रावास में बिना बेड के ही विद्यार्थी सोने को मजबूर हैं. छात्रावास में बेड के अलावा शौचालय, पीने के पानी, बिजली, कैंटीन, किचन समेत कई प्रकार की समस्याएं बरकरार हैं. छात्रावास में रह रहे विद्यार्थियों ने बताया कि छात्रावास में बेड नहीं होने के कारण विद्यार्थी अपने पैसे से बेड खरीद कर छात्रावास में रह रहे हैं. इसके अलावा छात्रावास के शौचालय में चूहों का अड्डा है. चूहों ने शौचालय में खोद दिया है. शौचालय में पानी तक नहीं है. मजबूरन विद्यार्थी शौच के लिए 500 मीटर दूर अल्बर्ट एक्का चौक पर सुलभ शौचालय जाते हैं.
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सुबह का समय खाना बनाने में चला जाता है
विद्यार्थियों ने बताया कि अब मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 20 दिनों बाद होनी है. छात्रावास में पीने के पानी, शौचालय, बिजली, कैंटीन, किचन समेत कई अन्य प्रकार की समस्याएं बरकरार हैं. इन समस्याओं के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है. विद्यार्थियों ने कहा कि 10 से 4 बजे तक कक्षाएं चलती हैं. सुबह का समय खाना बनाने में चला जाता है और शाम का समय खाना बनाने के साथ-साथ अन्य कार्यों में चला जाता है. कई छात्रावास ऐसे हैं जहां किचन और मेस की सुविधाएं हैं. लेकिन हमें कई सुविधाओं से वंचित रखा गया है. छात्रावास में सिर्फ तीन हॉल और 10 कमरे आवंटित किए गए हैं. 10 कमरों और तीन हॉल में अपने से जुगाड़ लगाकर विद्यार्थी अपनी शिक्षा और भरण पोषण का कार्य कर रहे हैं.
तीन हजार प्रत्येक माह होता एक विद्यार्थी को खर्च
छात्रावास में रह रहे विद्यार्थियों ने कहा कि छात्रावास में झारखंड के कई जिलों के बच्चे पढ़ाई करने के लिए रह रहे हैं. प्रत्येक विद्यार्थी महीने में लगभग हजार रुपये खाने में खर्च करता है. जबकि अधिकांश विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं. ऐसे में 3 हजार का आर्थिक बोझ काफी दिक्कतदाई साबित हो रहा है. साथ ही परीक्षा की तैयारी में भी परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं.
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क्या कहते हैं विद्यार्थी
दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले सागर कुमार महतो ने बताया कि इस छात्रावास का शौचालय काफी जर्जर है. पानी, सफाई की समस्या है. जिसके कारण विद्यार्थियों को काफी समस्याएं उत्पन्न होती है. एक कमरे में 25 विद्यार्थी हैं. और 250 विद्यार्थी जिला स्कूल के छात्रावास में रह रहे हैं.
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जिला स्कूल के 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले गणेश कुमार महतो ने बताया कि रांची, खूंटी, रामगढ़, चतरा समेत कई जिलों से विद्यार्थी अच्छी शिक्षा के लिए राजधानी आते हैं. लेकिन पहले छात्रावास के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है और फिर छात्रावास में मूलभूत सुविधाएं जुटाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है. पढ़ाई के साथ साथ खाना बनाना पड़ता है, जो एक बड़ी समस्या है. कैंटीन की व्यवस्था होनी चाहिए.
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी अरविंद विजय विलुंग ने बताया कि जिला स्कूल का छात्रावास को दुरुस्त किया जायेगा. जो समस्याएं हैं उसे दूर किया जाएगा. विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ अच्छा छात्रावास भी मिलेगा. शौचालय की मरम्मत होगी और पानी की समस्याएं भी दूर होगी.इसके अलावा साफ- सफाई पर भी विशेष फोकस होगा.
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