Ranchi : झारखंड कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने मोदी सरकार पर हमला किया. कहा कि सत्ता में आने के आने के 9 साल बाद और महंगाई को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की फोटो वायरल होने के बाद शर्म से मोदी सरकार ने एलीपीजी सिलिंडर में 200 रूपया कम किया. मगर जिस तरह से इसका प्रचार-प्रसार किया गया, वह बहुत हैरान कर देने वाली है. यह तो यही बात हुई कि कोई इंसान पानी के बिना मर रहा हो और उसके मुंह में दो बूंद टपका दिया जाए और कहा जाए कि आपको जिंदा रहना है, इसी तरह से. मोदी सरकार के महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जाएगी और 4 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन का आयोजन करेगी. एक सवाल के जवाब में ठाकुर ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के सवालों पर कुछ कहना बेकार है. कमेंट नहीं करना चाहिए. वे 1000 का एक्सपाइरी नोट हैं, जो अब चल नहीं सकता है. अगर डुमरी में गलत हो रहा है तो चुनाव आयोग किसका है. क्यों नहीं कारवाई कराते हैं. दरअसल एनडीए जान चुकी है कि डुमरी में उनकी हार तय है. रांची में राजभवन के समक्ष कार्यक्रम होगा. यह बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कही. इस मौके पर राकेश सिन्हा, एम तौफिक, राकेश किरण, शिव कुमार भगत उपस्थित थे.
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मणिपुर और महिला पहलवानों के लिए क्यों जगा मोदी प्रेम
राजेश ठाकुर ने कहा कि 9 साल बाद 200 कम करके इसका प्रचार-प्रसार ऐसा किया गया कि रक्षा बंधन का यह तोहफा है. अजीब बात है कि बहनों के प्रति मोदी जी का प्रेम उस समय क्यों जगा, जब मणिपुर में हमारी आदिवासी बहनों के साथ अत्याचार हुआ. महिला पहलवान जब देश की राजधानी में अपने हक और अधिकार की बात कर रही थे. उस समय कहां था, उनका बहन प्रेम. देश के कई क्षेत्रों में महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ. कई घटनाएं हुई, उस समय भी मोदी जी को सामने आना चाहिए था. मणिपुर पर केवल 36 सेकेंड बोलना ही यह दर्शाता है कि इनका बहन प्रेम कितना है.
9 सालों में एलपीजी गैस के नाम पर हुए करोड़ों रूपए के पैसे की लूट
इससे आगे ठाकुर ने कहा कि रसोई गैस की कीमत 2014 से लगातार बढ़ी है. पिछले 9 वर्षों में दोगुनी से ज्यादा हो गई है. 2020 से भाजपा सरकार ने सब्सिडी देना भी बंद कर दिया है. पिछले 2 दशकों में एलपीजी सिलेंडर की मूल्य वृद्धि पर बारीकी से नजर डालने पर हर लोगों की आंखें खुल जाएंगी.
पिछले साढ़े 9 वर्षों में मोदी सरकार ने रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ाकर 31.37 करोड़ लोगों को लूटा. उन्होंने जनता की जेब से 8,33,640.76 करोड़ रूपए से ज्यादा की लूट की. सिर्फ हमारे उज्जवला बहनों से ही 2017 से अब तक मोदी जी ने 68,702.7 करोड़ रूपए की लूट हुई. पिछले साढ़े 9 वर्षों में ईंधन में टैक्स द्वारा मोदी सरकार ने 30 लाख करोड़ की मुनाफाखोरी की है. 2014 से अब तक मोदी सरकार द्वारा गैस सिलेंडर के दाम में 185 प्रतिशत की वृद्धि की गई और अभी घटाया कितना गया मात्र 17.5 प्रतिशत. अर्थात 2014 की तुलना में अब भी गैस सिलेंडर 167.5 प्रतिशत महंगा हुआ. ठाकुर ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कटौती मोदी सरकार द्वारा आगामी दिनों में 5 राज्यों में होने वाले चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने का एक राजनीतिक स्टंट है.
मोदी सरकार द्वारा गैस सिलेंडर सस्ता नहीं हुआ है, बल्कि महंगाई का बेंचमार्क बदल दिया गया है.ठाकुर ने कहा कि रसोई के सामान महंगी गैस, महंगा तेल, थोक और खुदरा महंगाई आजादी के बाद सर्वोच्च शिखर पर है. पेट्रोल 100 के पार, डीजल 95 पार, रसोई गैस 960 रूपये, खाने का तेल 200 रूपये के पार. मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी विगत 7 साल में 258 परसेंट बढ़ाया है और डीजल पर 820 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है.
महंगाई को लेकर कांग्रेस ने 2013-14 और 2023-24 का प्रस्तुत किया तुलानात्मक डाटा
सामान | 2013-14 में दाम (रु,) | 2023-24 |
आटा | 10 | 440 |
चावल | 30-36 रु. किलो | 50-65 रु. किलो |
फूल क्रीम दूध | 39 रु. ली. | 66 रु. ली. |
देसी घी | 300 रु. | 875 रु. |
सरसों तेल | 52 रु. | 260 रु. |
अरहर दाल | 70-80 रु. | 160-170 रु. |
रसोई गैस | 410 रु. | 1177 रू. (अब 960 रू.) |
पेट्रोल | 66 | 100.03 |
डीजल | 52 | 94.84 |
रिफाइन तेल | 68 | 148 |
फल्लीदाना | 60 | 135 |
उड़द दाल | 64 | 120 |
मूंग दाल | 62 | 130 |
मसूर दाल | 47 | 90 |
चना दाल | 40 | 66 |
जीरा | 220 | 450 |
गेहूं | 22 | 32-36 |
विभिन्न साबुन | 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी | |
दवाई | 32 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी |
जीडीपी एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाजार की हालत
-देश की जीडीपी 8.2 से गिरकर 7.2 प्रतिशत हुई
– विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहे हैं
-अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संतुलन बिगड़ने से आयात पर निर्भरता तेजी से बढ़ रही है.
-देश पर कुल कर्ज का भार 3 गुना बढ़ चुका है.
-विगत 12 महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपए का मूल्य 12 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुका है.
-मोदी राज में विगत एक माह में ही विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 26 बिलियन डालर कम हुआ है.
-अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 2014 की तुलना में 20 फीसदी कम होने के बावजूद डीजल और पेट्रोल 30 से 40 रुपए प्रति लीटर महंगे बेचे जा रहे हैं.
-थोक और खुदरा महंगाई दर आरबीआई द्वारा तय सीमा से लगातार ऊपर है.
-मोदी सरकार का फोकस केवल चंद पूंजीपतियों के मुनाफे पर केंद्रित है.
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