Ranchi : झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य हेमंत शिकारवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने लिखित रूप से काउंसिल को इस्तीफ़ा देकर कहा है कि वह अब से काउंसिल के किसी चुनाव में दावेदारी पेश नहीं करेंगे. चुनाव नहीं लड़ने की लिखित जानकारी वह काउंसिल को एफ़िडेविट के माध्यम से देंगे. हाईकोर्ट के अधिवक्ता और काउंसिल के सदस्य ने कहा है कि वह वकीलों के लिए अकेले लड़ रहे थे. काउंसिल के सभी सदस्यों के बीच कोर्ट फ़ीस, डेथ क्लेम समेत अन्य मांगों को लेकर शुरू हुई लड़ाई में उन्हें अकेलेपन का एहसास हुआ. जिसकी वजह से वह वकीलों की लड़ाई हार गए.
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हमारी लड़ाई राज्य के वकीलों के लिए शुरू हुई थी
हेमंत शिकारवार ने यह भी कहा कि जब काउंसिल ने कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया था तो फिर बिना मांगे पूरी हुए कार्य बहिष्कार के फ़ैसले को वापस क्यों लिया गया. हर बार आंदोलन होता है और अधिवक्ता ख़ाली हाथ रह जाते हैं. हमारी लड़ाई राज्य के वकीलों के लिए शुरू हुई थी. जिसमें कई मांगे शामिल थी लेकिन बिना किसी उचित आश्वासन के इस लड़ाई को बीच में छोड़ दिया गया. अगर यह लड़ाई ढंग से लड़ी जाती तो काउंसिल की जीत होती लेकिन काउंसिल ने हथियार डाल दिये. जिससे एक बार फिर वकीलों की मांग पूरी नहीं हुई. हमें यह लड़ाई जारी रखनी चाहिए थी. लेकिन ऐसा नहीं किया गया बल्कि स्ट्राइक वापस लेने का निर्णय कर दिया गया.
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