Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान “रिम्स” में हृदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस उच्च गुणवत्ता वाली दो 4 डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन का उद्घाटन किया गया. रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने मशीन का उद्घाटन किया. इस दौरान रिम्स की चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप, कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ हेमंत नारायण राय, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ प्रशांत कुमार और डॉ पीजी सरकार उपस्थित रहे.
इसे भी पढ़ें – जानें किस नाम से पुकारते हैं तैमूर अपने छोटे भाई को….
![](https://i0.wp.com/lagatar.xprthost.in/wp-content/uploads/2021/07/udghatan-2.jpg?resize=600%2C400)
विश्व की टॉप 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन रिम्स को मिला- डॉ कामेश्वर प्रसाद
रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि हृदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन वरदान साबित होगी. उन्होंने कहा कि हार्ट की जांच के लिए यह मशीन सबसे बेहतरीन है. ऐसी ही मशीन एम्स में है और अब ये मशीन रिम्स में लगी है. डॉ कामेश्वर ने कहा कि रिम्स में 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन लगाने का श्रेय राज्य सरकार और हाई कोर्ट को जाता है. उन्होंने कहा कि रिम्स में इलाज के लिए आने का अर्थ है कि गरीब वर्ग के लोगों को बेहतर और उच्चतम इलाज मिल सके.
इसे भी पढ़ें –ADR की रिपोर्ट : पीएम मोदी के नये मंत्रिमंडल में 33 पर आपराधिक मुकदमे, 70 मंत्री करोड़पति
![](https://i0.wp.com/lagatar.xprthost.in/wp-content/uploads/2021/07/udghatan-3.jpg?resize=600%2C400)
4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन के लग जाने से मरीजों को मिलेगा लाभ
वहीं रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन विश्व की नामी कंपनी द्वारा ली गयी है. मशीन की गुणवत्ता बेहतरीन है. पहले जो मशीन रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में लगी थी वो खराब हो चुकी थी. इससे मरीजों के इलाज में बहुत बड़ा गैप आ गया था. 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन के लग जाने से सब लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
इसे भी पढ़ें –राज्य के ग्रामीण उपभोक्ता 15 सितंबर तक उठा सकते हैं डीपीएस माफी का लाभ
![](https://i0.wp.com/lagatar.xprthost.in/wp-content/uploads/2021/07/udghatan-hemant.jpg?resize=600%2C400)
डेढ़ करोड़ की है 4डी इकोकार्डियोग्राफी मशीन- डॉ हेमंत नारायण
वहीं कार्डियो विभाग एचओडी डॉ हेमंत नारायण ने कहा कि मशीन लगभग डेढ़ करोड़ की है. मशीन सभी के लिए काम में आएगा. इसको लगवाने में सबको क्रेडिट जाता है, चाहे कोर्ट हो या सरकार हो.
इसे भी पढ़ें –झारखंड से हथियार ले जाकर बिहार में सप्लाई करता था बीएसएफ का जवान