Ranchi: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल कहे जाने वाले रिम्स में आम मरीजों को इलाज के लिए जहमत झेलना आम बात है. लेकिन जब स्वास्थ विभाग के मंत्री की पार्टी “कांग्रेस” के कार्यकारी अध्यक्ष को अपने मरीज के इलाज में पसीना छूट जाए तब सोचिए की अस्पताल की व्यवस्था कैसी होगी? घंटों इंतजार के बाद जब मरीज का इलाज नहीं हुआ तब मजबूरन उन्हें अपने सरकार के सिस्टम से ही भरोसा उठ गया और अपने मरीज के इलाज के लिए उन्हें निजी अस्पताल का रुख करना पड़ा. दरअसल रामगढ़ जिले के सिकिदिरी के केझिया घाटी में अनियंत्रित बस दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई. इस बस हादसे में घायल हुए 10 लोगों को इलाज के लिए रिम्स लाया गया था. हादसे में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर के रिश्तेदार शुभम भी हादसे में घायल हो गए. घायल के बेहतर उपचार के लिए कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर रिम्स में 2 घंटे तक इंतजार करते रहे, बावजूद इसके कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी ने इलाज नहीं किया.
रिम्स को जागने की है जरूरत-राजेश ठाकुर
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह दुखद है कि अब तक रिम्स के किसी जिम्मेदार पदाधिकारी ने बस हादसे में घायल लोगों की सुध नहीं ली. उन्होंने कहा कि व्यवस्था में परिवर्तन होना चाहिए, जो दिखाई नहीं दे रहा है. दुर्घटना में घायल मरीजों का इलाज “इमरजेंसी सेवा” के रूप में होना चाहिए, लेकिन यहां मरीज पड़ा हुआ है और किसी का ध्यान भी नहीं है.
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स्वास्थ्य विभाग हमारी पार्टी के पास, व्यवस्था दुरुस्त करना हमारी जिम्मेदारी- राजेश ठाकुर
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जनता ने जिस उम्मीद से हमें सत्ता सौंपा और स्वास्थ्य विभाग हमारे पार्टी के पास है इसे दुरुस्त करना हमारी जिम्मेदारी है. 2 घंटे से मैं इस परिसर में खड़ा हूं और कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी दिखाई नहीं दे रहा है. इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी रिम्स के पदाधिकारियों की नींद नहीं खुली है, मुझे लगता है कि रिम्स को जागने की जरूरत है.
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