Patna : आरजेडी के बाबा यानी शिवानंद तिवारी ने सार्वजनिक मंच से नीतीश कुमार को सलाह दे दी है. शिवानंद तिवारी ने कहा कि 2025 विधानसभा चुनाव में सीएम नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी को सौंपकर संन्यास ले लेना चाहिए और आश्रम खोल लेना चाहिए. इस आश्रम में लोगों को प्रशिक्षण देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अगर वो ऐसा करते है तो वो भी उनके साथ आश्रम चले जायेंगे. शिवानंद तिवारी ने यह बात 21 सितंबर को पार्टी के राज्य परिषद की बैठक के बाद कहीं हैं. इस बैठक में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, तेजस्वी यादव समेत कई बड़े नेता भी मौजूद थे. पढ़ें – पुलिस और माओवादियों के मुठभेड़ में घायल हुए सीआरपीएफ जवान का निधन
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तेजस्वी की नजर भी बिहार के सीएम की कुर्सी पर है
गौरतलब है कि पिछले माह नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर महागठंबधन में शामिल हो गये है. ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. अब तेजस्वी की नजर भी बिहार के सीएम की कुर्सी पर है. कई बार आरजेडी दबे स्वर में कहती रही है कि नीतीश कुमार कुर्सी छोड़कर तेजस्वी को सौंप दे.
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नीतीश कुमार तो अपने आप में एक विश्वविद्यालय हैं
शिवानंद तिवारी के बयान पर पलटवार करते हुए जेडीयू नेता उमेश कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार तो अपने आप में एक विश्वविद्यालय हैं. बाबा शिवानंद को कोई और आश्रम तलाश लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जनता सत्ता के शिखर पर देखना चाहती है और वो कोई आश्रम नहीं खोल रहे हैं. आम जन-जीवन में आश्रम खोलने का मतलब संन्यास लेने से लगाया जाता है और नीतीश कुमार के मामले में ऐसा कहना शिवानंद तिवारी की राजनीतिक सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.
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नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट माना जा रहा है
बता दें कि पिछले दिनों नीतीश कुमार से जब प्रधानमंत्री बनने और उत्तर प्रदेश के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है. उन्होंने तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अब तो वह इनको आगे बढ़ाना चाहते हैं. वहीं साल 2013 में भी नीतीश कुमार के अंदर पीएम बनने की इच्छा जगी थी.
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