NewDelhi : ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के बाद अब आंदोलन एक अलग रंग लेता दिख रहा है. मेरठ के सिसौली में नरेश टिकैत ने पंचायत कर आसपास के किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने का अह्वान किया है उन्होंने किसानों की शुक्रवार सुबह 11 बजे मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में पंचायत बुलाई है.
नरेश टिकैत ने ट्वीट कर किसानों से सभी हाईवे पर टेंट लगाने की बात कही है. दूसरी ओर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दिल्ली जाने वाले हाईवे पर निगरानी बढ़ा दी है. ब्रजघाट, डासना और मेरठ-दिल्ली हाईवे पर फोर्स ने डेरा डाल दिया है. बुलंदशहर में जिले की सीमाएं सील करते हुए किसानों के मूवमेंट पर रोक लगा दी है.
A huge crowd of people gathered at Ghazipur border where the farmers’ protest against the three #FarmLaws is going on. RLD leader Jayant Chaudhary has arrived at the site to meet BKU spokesperson Rakesh Tikait and other farmers. pic.twitter.com/JY21hN232d
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2021
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली की सीमाओं पर भारी हलचल की खबर है. तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के बीच गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर कई घंटे तक हाई-वोल्टेज ड्रामा चला. पुलिस ने गुरुवार रात प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने की कोशिश की, मगर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत प्रदर्शन जारी रखने पर अड़े रहे.
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राकेश टिकैत ने कहा, हम जगह खाली नहीं करेंगे
We will not vacate the spot. We will talk to the Government of India about our issues. I urge the people to remain peaceful: Rakesh Tikait, Bharatiya Kisan Union (BKU) spokesperson, at Ghazipur border#FarmLaws pic.twitter.com/Cy8vTUhnMP
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2021
गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम जगह खाली नहीं करेंगे. हम अपने मांगों को लेकर भारत सरकार से बातचीत करेंगे. मैं लोगों से शांति कायम रखने की अपील करता हूं. इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में राकेश टिकैत के आंसू छलक पड़े. उन्होंने किसानों से भावुक अपील की.
इसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर माहौल पूरी तरह से बदल गया.आधी रात को ही पश्चिमी यूपी के तमाम हिस्सों से किसानों के समूह गाजीपुर बॉर्डर की तरफ बढ़ने लगे. जहां धरना खत्म होने की अटकलें लग रही थीं, वहां रात में ही भीड़ जुटने लगी.
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राकेश टिकैत के अड़ने के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा
आंदोलनकारी किसानों ने रात भर जगने के बाद सुबह-सुबह गाजीपुर सीमा पर ‘जय जवान, जय किसान’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाये. देर रात पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स जिन गाड़ियों से वहां पहुंची थी, उन्हीं गाड़ियों से उन्हें वापस लौटना पड़ा.
बता दें कि शाम से ही गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव सा माहौल था. ऐसा लग रहा था कि कल की रात कुछ भी हो सकता था. मगर आसपास के इलाकों से किसानों के कूच करने की खबर ने आंदोलन को बल दिया और पुलिस को पीछे हटना पड़ा. आंदोलन स्थल पर किसानों का आना लगातार जारी है. बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस और पीएसी आंदोलन स्थल से लौट चुकी हैं.
इधर, शुक्रवार सुबह रालोद नेता जयंत चौधरी किसानों के समर्थन में यूपी गेट पहुंचे, जहां राकेश टिकैत हैं. जयंत ने कहा कि प्रशासन पर कुछ दबाव रहा होगा, लेकिन किसान धरना स्थल से नहीं उठना चाहते. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा संसद में उठाया जाना चाहिए. उनके अनुसार अगर सरकार बैकफुट पर जाती है, तो वह यह नहीं दिखायेगी कि वे कमजोर हैं. पीएम को इस पर बोलना चाहिए. जयंत चौधरी ने किसानों का विश्वास हासिल करने की आवश्यकता की बात कही.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर जायेंगे
खबर है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन में व्यवस्था का जायजा लेंगे. सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से किसानों के लिए पानी आदि की सुविधा के लिए कहा था. कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर पूरे इंतज़ाम रात ही कर दिये गये थे