Ranchi : रांची नगर निगम के जिम्मे सफाई से लेकर शहर को व्यवस्थित करने की भी जिम्मेदारी है. इसके लिए नगर निगम बड़े-बड़े दावे भी करता है. वहीं शहर की समस्या की चर्चा के लिए हर महीने बोर्ड की बैठक कराने का प्रावधान है. इसके बावजूद पूरे साल में रांची नगर निगम परिषद की केवल दो बैठक ही आयोजित की गई है. इतना ही नहीं 2021-22 का बजट भी संपुष्टि के लिए सरकार के पास नहीं भेजी गई है. जिससे साफ है कि नगर निगम के अधिकारी शहर के विकास को लेकर कितने गंभीर हैं. अब इस मामले को लेकर रांची नगर निगम के सभी पार्षद मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं.
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मार्च 2021 की बैठक में पास हुआ था बजट
पार्षदों का कहना है कि परिषद की पहली बैठक मार्च माह में और दूसरी बैठक सितंबर माह में हुई थी. जबकि बैठक प्रति महीना बुलाई जानी है. उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात तो यह है कि जब मार्च में रांची नगर निगम परिषद ने बजट को पारित कर दिया था. इसके बाद भी अबतक बजट संपुष्ट कर सरकार को भेजी गई है या नहीं ये भी हमें पता नहीं है. मार्च में पास किया गया बजट अब तक नहीं भेजा गया है तो फिर ऐसे बजट का क्या तात्पर्य है. साथ ही कहा कि जब बजट का कोई मतलब ही नहीं है तो निगम परिषद द्वारा इसे पारित क्यों कराया जाता है.
क्या कहा उपमहापौर ने
रांची नगर निगम के उप महापौर संजीव विजयवर्गीय ने बोर्ड बैठक पर कहा कि बोर्ड की बैठक हर माह होने का प्रावधान है, फिर भी बैठक नहीं हो रही है. यहां तक कि इस साल की बोर्ड की बैठक की तिथि भी अभी तक अधिकारियों ने फाइनल नहीं की है.
इसके अलावा विजयवर्गीय ने कहा कि बोर्ड की बैठक नहीं होने के कारण बहुत सारे फैसले जो बोर्ड बैठक में लेने चाहिए, वह अधिकारी स्वयं ही ले रहे हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि मुझे लगता है कि कहीं ना कहीं रांची नगर निगम में संवैधानिक मूल्यों का हनन हो रहा है, इसका परिणाम है कि 14 महीना में सिर्फ 2 बोर्ड की बैठक हुई है. सरकार और नगर निगम के अधिकारियों की रांची नगर निगम को लेकर मंशा साफ नहीं है.
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