Jamshedpur : टाटानगर स्टेशन रोड संकटा सिंह पेट्रोल पंप के पहले मुख्य सड़क पर दीवाली-छठ को लेकर दुकानदारों ने अस्थाई दुकानें लगानी शुरू कर दी. इसकी सूचना आरपीएफ को मिली तो दारोगा ललित कुमार, एएसआई बलबीर सिंह, अखिलेश सिंह दल-बल के साथ आरपीएसएफ जवानों को लेकर मौके पर पहुंचे और उन्हें हटने को कहा. इसे लेकर दुकानदारों व आरपीएफ पदाधिकारियों में घंटों बहस हुई. आरपीएफ का कहना था कि दुकान लगाने के लिए रेलवे की इजाजत नहीं ली गई है. दुकानदारों ने भी अपना पक्ष रखा. काफी मिन्नतें की, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई. कुछ दुकानदारों को आरपीएफ पोस्ट भेजा गया है कि साहब से बात करिये. इधर, एक दर्जन से ज्यादा चौकी व फाल्डिंग खटिया को पार्सल एजेंट के मजदूरों से 407 वाहन पर लादते हुए उसे जब्त करने की प्रक्रिया की जा रही है. दुकानदारों ने अपनी अस्थाई दुकान पर एक दूसरे की चौकी में सिक्कड़ लगाकर ताले जड़ दिए थे, जिस कारण उन्हें उठाने में कठिनाई हो रही है. कार्रवाई के वक्त जाम की स्थिति बनने से स्टेशन से ट्रैफिक जवान व पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
आउट गेट में तो सालों भर सजती है दुकानें, शस्त्रागार की सुरक्षा भी घेरे में
स्टेशन रोड में आरपीएफ गुरुवार को अस्थाई तौर पर हर साल सजने वाली दुकानों पर कार्रवाई करने के लिए आतुर दिखी. लेकिन आरपीएफ पोस्ट के ठीक सामने आउट गेट से सटकर सालों भर दुकानें सजती हैं. हालांकि वरीय अधिकारियों के आने पर कुछ घंटे दुकानें बंद कर दी जाती हैं. आरआईटी कार्यकर्ता कमलेश कुमार ने इस बाबत आरपीएफ पदाधिकारियों से सवाल किया है कि आखिर उनपर मेहरबानी क्यों होती है. उन्होंने कहा की रेल बोर्ड का साफ आदेश है की स्टेशन के इर्द गिर्द अतिक्रमण नहीं होगा. चाईबासा स्टैंड में आरपीएफ के नाक के नीचे अतिक्रमण है. अब तो आरपीएफ की मेहरबानी से रात में इन गेट पर भी खुमचा वाले बैठने लगे हैं. स्टैंड के अतिक्रमण के पीछे आरपीएफ का शस्त्रागार है. उसकी सुरक्षा को देखते हुए भी जोनल मुख्यालय से अतिक्रमण हटाने को आदेश था. उन्होंने कहा की आरपीएफ की इस दोहरी नीति के लिए वे रेलवे बोर्ड तक शिकायत करेंगे.