Ranchi : सेल एकीकृत इस्पात संयंत्रों में डीकार्बोनाइजिंग इस्पात उत्पादन पर ध्यान देने के साथ दीर्घकालिक सस्टेनेबल इस्पात निर्माण की तकनीक पर सहयोग के लिए सेल एमटीआई में सेल भिलाई इस्पात संयंत्र और एसएमएस समूह के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ. इस एमओयू के साथ एसएमएस ग्रुप स्टील प्लांटों में स्टील उत्पादन को डीकार्बोनाइज करने की प्रक्रियाओं को विकसित करने के उद्देश्य से सेल के साथ सहयोग करके अपनी विशेषज्ञता और अनुभव में सुधार करेगा. यह समझौता ज्ञापन सेल इस्पात संयंत्रों के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद करेगा. भारत को 2070 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में अत्यंत सहायक साबित होगा.
कंपनियां आगे की तकनीकी चर्चाएं करेंगी
इस अवसर पर अनिर्बान दासगुप्ता निदेशक प्रभारी (भिलाई इस्पात संयंत्र), अतनु भौमिक निदेशक प्रभारी (बोकारो और राउरकेला इस्पात संयंत्र), बीपी सिंह निदेशक प्रभारी (दुर्गापुर और बर्नपुर इस्पात संयंत्र), एके सिंह निदेशक (तकनीकी, परियोजनाएं और कच्चा माल) और एसएमएस समूह के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. एमओयू के एक हिस्से के रूप में कंपनियां आगे की तकनीकी चर्चाएं करेंगी और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिक को आगे बढ़ाने के लिए कार्रवाई शुरू करेंगी. एमओयू पर सेल की ओर से भिलाई स्टील प्लांट के मुख्य महाप्रबंधक सौम्या टोकदार और एसएमएस समूह जीएमबीएच की ओर से सीईओ – एपीएसी और एमईए क्षेत्र मार्को असक्विनी ने हस्ताक्षर किये.
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