Mumbai : केंद्र सरकार के पास ही सिर्फ जांच एजेंसियां नहीं है, महाराष्ट्र में भी हैं. शिवसेना सांसद संजय राउत ने यह कहते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. संजय राउत ने कहा कि केंद्र सरकार से कार्रवाई की कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती. केंद्र सरकार में कुछ लोग बदले की राजनीति में जुटे हुए हैं. खासतौर पर महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में बदले की कार्रवाई शुरू है. महाराष्ट्र में ज्यादा कार्रवाई हो रही है. कहा कि देश को पता चलना चाहिए कि जो कीचड़ फेंका जा रहा है उसमें उनके हाथ कितने गंदे हैं.
संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय में मैंने कुछ सबूत दिये हैं. महाराष्ट्र की जांच एजेंसी तो अपना काम करेगी लेकिन केंद्र की जांच एजेंसी क्या कर रही है यह भी पता चलना चाहिए. राउत ने कहा कि सिर्फ केंद्र सरकार के पास में ही जांच एजेंसी नहीं है .महाराष्ट्र में भी है. राउत का यह बयान सुर्खियों में हैं.
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मुंबई में एक प्रेस कांफ्रेंस भी करूंगा
संजय राउत ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा के कुछ नेताओं के साथ मिलकर महाराष्ट्र में क्रिमिनल सिंडिकेट चला रही हैं. इस बात क जानकारी मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय को बतौर सांसद और एक शिवसेना नेता के रूप में भी दी है.ऐ से जानकारी में उन्हें आगे भी देता रहूंगा. मुंबई वापस जाने के बाद मैं एक प्रेस कांफ्रेंस भी करूंगा.
संजय राउत ने कहा कि आईपीएस रश्मि शुक्ला के फोन टैपिंग मामले में भी जांच के बाद कई लोगों के नाम सामने आयेंगे, जिनके इशारे पर यह फोन टैपिंग की गयी थी. उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं के फोन टैप किये गये थे.
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ठाकरे परिवार से बदला लेना चाहते हैं राउत : भाजपा
महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने राउत पर कुछ दिनों पहले गंभीर आरोप लगाया था. सोमैया ने कहा था कि संजय राउत मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति द्वेष की भावना रखते हैं. कहा था कि कुछ महीने पहले जब संजय राऊत ईडी के शिकंजे में फंसते हुए नजर आये थे. तब ठाकरे परिवार ने उनका साथ नहीं दिया था.इसी वजह से अब राउत, ठाकरे परिवार के खिलाफ द्वेष की भावना से काम कर रहे हैं.इसी वजह से उन्होंने 19 बंगलों का यह पुराना मुद्दा उठाया है.