Simdega : मिक्सोपैथी के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसेसिएशन के आह्वान पर जिले के चिकित्सक एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर रहे. चिकित्सकों ने मिक्सोपैथी के खिलाफ विरोध प्रकट किया. जिले के सदर अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बाधित रहीं. हालांकि हड़ताल के बीच आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं.
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चिकित्सक क्यों गये हड़ताल पर ?
आईएमए के सदस्य डा. केके शर्मा ने कहा कि मेडिकल का छात्र एमबीबीएस पास करने के बाद 1 साल इंटर्नशिप, 1 साल हाउस सर्जरी और 3 साल एमएस कुल 5 साल की प्रैक्टिस करता है इसके बाद सर्जन बनता है. लेकिन केंद्र सरकार आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सर्जरी के सालभर का कोर्स करा कर उन्हें सर्जन बनाना चाहती है. जो समाज के लिए घातक होगा. केंद्र आयुर्वेदिक, यूनानी और होमियोपैथी की डिग्री देकर सर्जरी करने की छूट देना चाह रही है. लेकिन आईएमए सरकार के इस फैसले का विरोध करता है.
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सांकेतिक हड़ताल और चेतावनी
साथ ही उन्होंने कहा की सरकार अगर इस एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के बाद भी निर्णय वापस नहीं लिया तो आगे आईएमए के दिशा निर्देश पर आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी. इधर डाक्टरों के हड़ताल में कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा.
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