Ranchi : रांची में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए पूर्व में निकाले गये टेंडर में गड़बड़ी के लिए कौन जिम्मेदार है, यह अभी तक तय नहीं हो पाया है. मामले की अभी जांच चल ही रही है. इस बीच झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने स्मार्ट मीटर के लिए नया टेंडर निकालने की तैयारी कर दी है. पूर्व की टेंडर प्रक्रिया में शामिल कंपनियों ने फिर से टेंडर निकालने पर नाखुशी जाहिर की है.
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विवाद में फंस गया था टेंडर
पिछली बार रांची में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 2018 में टेंडर निकाला गया था. PMO consultant M/s TPDDL को टेंडर मूल्यांकन की जिम्मेदारी दी गई थी. उसने 17 अक्तूबर 2019 को ई-मेल के जरिए M/S L&T को L-1 कंपनी घोषित किया. इसके चार दिन बाद 21 अक्तूबर 2019 को M/s TPDDL ने पत्र के जरिए M/S HPL को L-1 कंपनी घोषित कर दिया. जेबीवीएनल ने विवाद से बचने के लिए इस वर्ष मार्च में टेंडर रद्द कर दिया. साथ ही मामले की जांच भी शुरू करायी गयी.
समिति की जांच रिपोर्ट का इंतजार
जेबीवीएनएल ने टेंडर मामले की जांच के लिए अक्तूबर 2019 में निगरानी के पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में जांच समिति बना दी. यह समिति टेंडर में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही है. समिति ने अभी तक रिपोर्ट नहीं सौंपी है. इस बीच M/S L&T ने जेबीवीएनल से टेंडर रद्द नहीं करने का आग्रह भी किया. इसके बावजूद जेबीवीएनल ने टेंडर निकाल दिया है.
इस बार चार प्रमुख शहरों के लिए टेंडर
इस बार रांची समेत धनबाद, जमशेदपुर और बोकारो में एक साथ स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है. रांची और धनबाद के लिए जेबीवीएनल ने प्रक्रिया शुरू कर दी है. स्मार्ट मीटर का टेंडर जल्द ही निकाले जाने की उम्मीद है. फिलहाल इससे संबंधित सिस्टम को तैयार करने के लिए टेंडर निकाला गया है.
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